DETAIL: पढ़ें दिल्ली विधानसभा के बजट सत्र में दूसरे दिन क्या हुआ?
नई दिल्ली: आज दिल्ली विधानसभा में बजट के दूसरे दिन उपराज्यपाल अनिल बैजल के अभिभाषण पर दिए गए धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा हुई. अपनी उपलब्धियां गिनाने के साथ ही आप विधायकों ने मोदी सरकार और बीजेपी पर जमकर हमले किए. सदन की कार्यवाही दिल्ली में पिछले दिनों अपनी जान गंवाने वाले दमकल कर्मियों को श्रद्धांजलि देकर शुरू हुई.
कार्यवाही के शुरुआती पलों में नेता विपक्ष वीजेंद्र गुप्ता सरकार से दमकल कर्मियों की मौत पर पक्ष रखने की मांग कर रहे थे हालांकि विधानसभा अध्यक्ष बार-बार उन्हें बैठने का आग्रह कर रहे थे जिसे वीजेंद्र गुप्ता नज़रंदाज कर रहे थे, आख़िरकार उनका माइक ही बंद करना पड़ा. वीजेंद्र गुप्ता का आरोप था कि दिल्ली के फ़ायर डिपार्टमेंट में स्टाफ़ की कमी है और आग बुझाने के उपकरण काम लायक नहीं हैं.
शुरुआत में सेक्शन 280 के तहत विधायकों ने अपने क्षेत्रों की समस्याएं सदन के अध्यक्ष के सामने रखीं. सबसे पहले बीजेपी विधायक जगदीश प्रधान ने ट्रैफ़िक समस्या का ज़िक्र करते हुए केजरीवाल के लंदन वाले बयान पर तंज कसा कि दिल्ली को दिल्ली रहने दीजिए, लंदन बाद में बनाईएगा. हालांकि इस मुद्दे पर विधानसभा अध्यक्ष ने खुद ही जवाब दिया कि घर से आते वक़्त रास्ते में एक भी ट्रैफ़िक इन्स्पेक्टर नहीं मिला, इसकी शिकायत मोदी जी से की जानी चाहिए.
परिवहन मंत्री सतेन्द्र जैन ने आरोप लगाया कि पीडब्ल्यूडी की सड़कों पर बने मोहल्ला क्लीनिक को तो तोड़ दिया गया लेकिन उसी सड़क पर बने वीजेंद्र गुप्ता के दो मंज़िला मकान से किसी को परेशानी नहीं है. आप विधायक पंकज पुष्कर ने रामजस कॉलेज में पुलिस की कार्रवाई पर सवाल खड़े किए तो वीजेंद्र गुप्ता ने 'आम आदमी कैंटीन' पर दिल्ली सरकार को घेरने की कोशिश की और कहा कि अभी तक एक भी कैंटीन नहीं बनी.
इसके बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सदन में 2016-17 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया. उपराज्यपाल के अभिभाषण पर चर्चा के दौरान वीजेंद्र गुप्ता ने अभिभाषण पर तंज कसते हुए कहा कि कई बार इसे पढ़ने की कोशिश की कि कहीं तो कोई ठोस योजना मिल जाए लेकिन निराशा ही हाथ लगी.
गुप्ता ने कहा कि ये अभिभाषण चुनावी विज्ञापन की तरह है. अनधिकृत कॉलोनियों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यहां स्कूलों की कमी है, बच्चों को हाईवे पार करके जाना पड़ता है, बच्चियां स्कूल छोड़ देती हैं.
सरकारी स्कूलों में 29623 शिक्षकों का स्थान रिक्त है, फिर केजरीवाल किस आधार पर कह रहे हैं कि विद्यालयों को अच्छा बना दिया. नवीं कक्षा में फ़ेल होने वाले बच्चों की संख्या पहले भी एक लाख थी, अभी भी उतनी ही है. शिक्षा नीति पर आम आदमी पार्टी फ़ेल हुई है, अब आप बहाने बनाएंगे कि हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट ने रोक दिया है. केजरीवाल जी सदन में अपने नेताओं को उकसाते हैं कि वो अपशब्द कहें जिसे देखकर वो मुस्कुराते रहें.
गुप्ता ने कहा कि इस अभिभाषण में दिल्ली की बेसिक ज़रूरतों के लिए कुछ भी नहीं है, आप 'मोहल्ला क्लीनिक' के ज़रिए राजनीति कर रहे हैं, अख़बार में विज्ञापन तो होता है लेकिन ज़मीनी हक़ीक़त कुछ और होती है. महिलाओं के लिए टॉलेट बनाने दावे किए गए थे, २ लाख टॉलेट बनाने के दावे किए गए थे, लेकिन वो पूरे नहीं हुए. दिल्ली सरकार ने लीग से हटकर कुछ भी अलग करने की कोशिश नहीं की, व्यवस्था बदलने की कोशिश नहीं की.
गुप्ता ने आम आदमी पार्टी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि पंजाब चुनाव में निशाना लगाने के लिए आप ने दिल्ली के लोगों के कंधों का सहारा लिया. दमकल के 1800 कर्मचारी हताश हैं कि कब कौन सी घटना हो जाए, उनके पास संसाधनों की कमी है. आपको तो फ़ायर सर्विस के सिस्टम को बदलने की बात करनी चाहिए थी.
इसके बाद सदन की डेप्युटी स्पीकर और आप विधायक राखी बिड़ला ने उपराज्यपाल के अभिभाषण ओर चर्चा के नाम पर मोदी सरकार पर तीखे हमले किए. राखी बिड़लान ने कहा कि केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार दोनों ने जनता के बीच जाकर वोट मांगे और चुने गए. केंद्र सरकार को बहुमत मिला, दिल्ली में भी सरकार को बहुमत मिला. राखी ने केंद्र और दिल्ली सरकार के कामों की तुलना की, कहा कि केंद्र सरकार जुमले करती है लेकिन हमने जो वादे किए थे वो पूरे किए, बिजली के दाम आधे किए, पानी मुफ़्त किया. ये करने के लिए जज़्बा होना चाहिए. इन्होंने कहा था कि न खाएंगे न खाने दूंगा और दूसरी तरफ़ इनके नेता भ्रष्टाचार में शामिल होते हैं.
मोदी ने कहा था कि मैं चौकिदार हूं और विजय माल्या भाग जाता है और ये कुछ नहीं कर पाते. राखी ने बीएचयू हॉस्टल में लड़कियों के साथ भेदभाव के साथ ही रामजस कॉलेज का मुद्दा उठाया. राखी ने कहा कि ये लोग देशभक्ति का नारा लगाते हैं और जब एक सैनिक खाने को लेकर सवाल उठाता है तो उसे दबाने की कोशिश करते हैं, एक शहीद की बेटी को बलात्कार की धमकी दी जाती है, गुजरात में सरकार गदहों का प्रचार करती है, नोटबंदी का फ़ैसला अम्बानी और अडानी को ध्यान में रखकर ही लिया गया है.
चर्चा के आख़िर में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमले किए. केजरीवाल ने कहा, 'बीजेपी के मंत्रियों पर बलात्कार, भ्रष्टाचार और बाल तस्करी के आरोप लग रहे हैं, लेकिन हमारे ख़िलाफ़ विपक्ष के पास एक भी सबूत नहीं है. हमने काम के आधार पर वोट मांगे लेकिन मोदी जी 'शमशान घाट' के नाम पर वोट मांग रहे हैं.
बीजेपी शासित राज्यों का ज़िक्र करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में बीजेपी की 12 साल से सरकार है लेकिन व्यापम छोड़कर कोई 5 बड़े काम करें हो, गिना दीजिए, छत्तीसगढ़, राजस्थान या केंद्र सरकार के काम बता दीजिए. बिजली के मुद्दे पर घेरते हुए केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में 400 यूनिट बिजली इस्तेमाल करने पर 1370 रुपए का बिल आता है जबकि गुजरात में 2700 रुपए और बम्बई में 4000 रुपए का बिल आता है, वहां पर किसकी सरकार है?
मोदी जी पूरी दुनिया घूमते रहते हैं लेकिन पिछले दो साल में सिर्फ़ एक बार विदेश गया हूं, मैं अपने स्कूलों के प्रिन्सिपल्स को विदेश भेजता हूं. नोटबंदी के फैसले के बाद पूरी दुनिया में इस फैसले पर थू-थू हो रही है जबकि हमारे मंत्री और विधायकों की विदेशों में भी तारीफ़ हो रही है. पूरी दुनिया में पहली बार हमने आड-ईवेन को सफ़ल बनाया, हमने 2 साल में 106 डिस्पेन्सरी बनाई.
डेढ़ साल में हमने 5 फ़्लाईओवर बनाए, एक फ़्लाईओवर का काम २०० करोड़ की बजाय 150 करोड़ में ही पूरा हो गया क्योंकि हमारी नीयत साफ़ है. जबकि एमसीडी 2006 से रानी झांसी फ़्लाईओवर बनाने की कोशिश कर रही है. उसे 177 करोड़ में बनना था लेकिन अब तक एमसीडी 724 करोड़ ख़र्च कर चुकी है.
मोदी जी ने अपनी हार का बदला दिल्ली की जनता से लिया. 49 दिन की सरकार में सबने पैसा लेना बंद कर दिया था, मोदी जी की सरकार बनते ही उन्होंने एसीबी पर क़ब्ज़ा कर लिया. अगर एसीबी हमारे हाथ में दे दें तो भ्रष्टाचार ख़त्म कर देंगे.
मोदी जी ने पंजाब में भाषण दिया कि मैंने शीला दीक्षित को गिरफ़्तार नहीं किया, जबकि उनकी फ़ाइल वही दबाए बैठे हैं. मोदी रॉबर्ट वाड्रा की ओर अगर ऊंगली भी उठा दें तो मैं मान जाऊं कि मोदी जी का 56 इंच का सीना है, वाड्रा मोदी को कच्चा खा जाएगा. अनधिकृत कॉलोनियों को पक्का करने की फ़ाइल मोदी सरकार पिछले डेढ़ साल से दबाकर बैठी है.
बिजली कम्पनियों का सीएजी ऑडिट ऑर्डर किया जिसकी रिपोर्ट भी आ गई जिसमें 8 हज़ार करोड़ का भ्रष्टाचार निकला, लेकिन बिजली कम्पनियों ने हाईकोर्ट में इसे ख़ारिज करवाया. हमने सुप्रीम कोर्ट में शिकायत की लेकिन बिजली कम्पनियों को बचाने के लिए कोंग्रेस ने अपने तीन सबसे बड़े वक़ील उतार दिए.
ये सारे मिले हुए हैं, बीजेपी-कोंग्रेस सब मिले हुए हीं. मोदी जी ने चुनाव से पहले वाड्रा को ख़ूब गालियां दी लेकिन सरकार बने 3 साल हो गए लेकिन अभी तक एफआईआर तक नहीं हुई है. रॉबर्ट वाड्रा मोदी जी से बहुत ऊंची चीज़ है, मोदी जी ने कांग्रिस के एक सरपंच तक को गिरफ़्तार नहीं किया लेकिन हमारे 20 विधायकों को गिरफ़्तार करवाया.
मैं भी इनकम टैक्स में काम करता था लेकिन अब इनकम टैक्स के लोग घर-घर जाकर लोगों को धमका रहे हैं कि आम आदमी पार्टी को चंदा न दें. केजरीवाल ने 'आज तक' का नाम लेते हुए कहा कि चैनल दिखा रहा था कि मोदी जी कितना काम करते हैं, अरे ये भी दिखा देते कि क्या काम करते हैं.'
इसके बाद उपराज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को विधानसभा से पारित करा लिया गया. इसके बाद सदन में दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज में हुई हिंसा और गुरमेहर कौर पर चर्चा हुई जिसकी शुरुआत अलका लाम्बा ने की. लाम्बा ने पीएम नरेंद्र मोदी पर पाकिस्तान के मुद्दे पर जमकर हमले किए. लाम्बा ने कहा कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान के साथ अच्छे सम्बंध बनाने की बात करते हैं तब उन्हें तो कोई देशद्रोही और ग़द्दार नहीं कहता, तो फिर गुरमेहर कौर को क्यों?
इसके तुरंत बाद अलका लाम्बा ने सदन में ही गुरमेहर कौर का पाकिस्तान के साथ शांति वाला वीडीयो चलाकर उसके लिखे हुए प्ले कार्ड को हिंदी में पढ़कर सुनाया, जिसका वीजेंद्र गुप्ता लगातार विरोध कर रहे थे. लाम्बा ने कहा कि प्रधानमंत्री पाकिस्तान की जांच एजेंसी को बुलाकर पठानकोट हमले की जांच कराते हैं, पाकिस्तान जाकर केक खाते हैं, भारत बुलाकर पाकिस्तानी पीएम को शॉल गिफ़्ट करते हों, सोशल मीडिया पर उन्हें फ़ॉलो करते हों, इनसे ज़्यादा ख़तरा है या 20 साल की गुरमेहर कौर से?
गुरमेहर को रेप की धमकी मिलने की बाद किरण रिजिजु ट्वीट करते हैं कि इस लड़की का दिमाग़ ख़राब किया गया है. 'I support Narendra Modi' के फ़ेसबुक पेज से गुरमेहर के ख़िलाफ़ षड्यंत्र रचा गया, इसकी जांच होनी चाहिए. शिक्षक को बीच सड़क पीटा जाता है, एबीवीपी खुलेआम गुंडागर्दी करती है, इसकी जांच होनी चाहिए.
आप विधायक सोमनाथ भारती और कपिल मिश्रा ने भी बीजेपी और एबीवीपी पर जमकर हमले किए. कपिल मिश्रा ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि 'भारत तेरे टुकड़े होंगे' जैसे नारे लगाने वालों की ज़बान काट कर फेंक देना चाहिए, फांसी पर लटका देना चाहिए, लेकिन पहले गृहमंत्री तय तो कर लें की हाफ़िज़ सईद आतंकवादी है या नहीं, क्योंकि वो तो बग़ल वाले से पूछते हैं कि क्या हम सईद को आतंकवादी मानते हैं?
आइल जवाब में वीजेंद्र गुप्ता में कहा, 'अगर हमारे देश में एक भूखे को दो वक़्त की रोटी न मिले तो उसे चल जाएगा लेकिन अगर उसके सामने देश विरोधी नारे लगाएगा तो वो भी बर्दाश्त नहीं करेगा.'