सिंगापुर: पीएम नरेंद्र मोदी के सिंगापुर दौरे का आज दूसरा दिन है. पीएम मोदी आज सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली एच.लूंग के साथ बातचीत करेंगे और राष्ट्रपति हलीमा याकूब से शिष्टाचार मुलाकात करेंगे. सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली आज पीएम मोदी के लिए आधिकारिक भोज का आयोजन करेंगे.
पीएम मोदी सिंगापुर दौरे के दौरान चंगी नौसेना अड्डे जाएंगे. यहां वो भारतीय नौसेना और रॉयल सिंगापुर नौसेना के अधिकारियों और नाविकों से बातचीत करेंगे. इसके पहले कल सिंगापुर में मोदी ने कारोबारियों को संबोधित किया और अपनी सरकार के चार साल की जमकर तारीफ की.
भारत-सिंगापुर ने 14 बी2बी, बी2जी करारों की घोषणा की
भारत और सिंगापुर ने पीएम मोदी की यात्रा के दौरान 14 उद्योग से उद्योग (बी 2 बी) और उद्योग से सरकार (बी 2 जी) करारों की घोषणा की. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी की मौजूदगी में भारत और सिंगापुर के बीच 14 बी 2 बी और बी 2 जी दस्तावेजों की घोषणा की गई.’’
ये करार भारत की नवोन्मेषी और उद्यमशीलता (Innovation and Entrepreneurship) के पारिस्थितिकी तंत्र (Ecosystem) को समर्थन और विदेश में भारत के इनोवेशन को प्रोत्साहन देने से जुड़े हैं. इसके तहत दूषित जल प्रबंधन और रिसाइक्लिंग के लिए भारतीय कौशल संस्थानों की स्थापना की जाएगी, सिंगापुर और आसियान में मेक इन इंडिया को प्रोत्साहन दिया जाएगा. साथ ही इनके तहत अंतरिक्ष क्षेत्र में वाणिज्यिक सहयोग और सिंगापुर के अंतरिक्ष उद्योग के विकास पर ध्यान दिया जाएगा.
मोदी के इस दौर पर कही गई अब तक की बड़ी बातें
मोदी ने भारत और सिंगापुर के बीच नजदीकी और गर्मजोशी भरे रिश्तों की सराहना करते हुए कल कहा था कि भविष्य असीम संभावनाओं का संसार है और दोनों शेरों (देशों) को इसमें एक साथ कदम रखना चाहिए. मोदी तीन देशों की अपनी यात्रा के अंतिम पड़ाव में यहां पहुंचे हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच रक्षा संबंध सबसे मजबूत संबंधों में से एक हैं और दोनों पक्ष मिलकर नये दौर की भागीदारी निर्मित कर रहे हैं.
उन्होंने यहां मरिना बे सैंड्स सम्मेलन केंद्र में एक कारोबारी और सामुदायिक कार्यक्रम में भारतीय मूल के लोगों को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘भारत और सिंगापुर के राजनीतिक संबंध सबसे नजदीकी और गर्मजोशी भरे रहे हैं. यहां कोई प्रतियोगिता या दावा नहीं है, कोई शक-सूबा नहीं है.’’ मोदी ने गहरे रक्षा संबंधों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘हमारे रक्षा संबंध दोनों पक्षों के लिए सबसे मजबूत संबंधों में से हैं. हमारी सशस्त्र सेना सिंगापुर की सेना का आदर और प्रशंसा करती है. भारत के सिंगापुर के साथ सबसे लंबे और बिना रुकावट वाले नौसैनिक अभ्यास होते रहे हैं.’’
भारत की सफलता की कहानी पेश करते हुए मोदी ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था अब स्थिर हो चुकी है और तेज गति से आर्थिक सुधार किये जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत कारोबार सुगमता के मामले में 42 पायदान ऊपर आ चुका है और 1400 पुराने कानून खत्म किये जा चुके हैं.