श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने और राज्य को दो हिस्सों में बांटकर केंद्र शासित प्रदेश बनाए जाने के बाद से सुरक्षा कड़ी है. कई इलाकों में कर्फ्यू में ढील दी गई है और जम्मू से धारा 144 हटा लिया गया है. आज स्कूल-कॉलेज खुले हैं. सड़कों पर आवाजाही देखी जा रही है, दुकानें खुली है. हालांकि जम्मू और कश्मीर में इंटरनेट पर अब भी रोक बरकरार है.


सोपोर में पथराव


अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि उत्तरी कश्मीर के सोपोर में पथराव की मामूली घटनाओं को छोड़कर घाटी में शांति रही. अधिकारियों ने कहा कि उत्तरी कश्मीर के सोपोर में पथराव की मामूली घटना की खबर थी लेकिन स्थिति पर तत्काल नियंत्रण पा लिया गया और भीड़ को खदेड़ दिया गया. शुक्रवार को कश्मीर में लोगों को स्थानीय मस्जिदों में नमाज अदा करने की इजाजत के मद्देनजर प्रतिबंधों में ढील दी गई थी. लोगों द्वारा संभावित प्रदर्शनों की आशंका के मद्देनजर समूची घाटी में सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया था.


स्कूल-कॉलेज खुले
एक अधिकारी ने बताया कि कठुआ, सांबा और उधमपुर जिलों में स्थिति कुल मिलाकर सामान्य रही और वहां ज्यादातर स्कूल-कॉलेज खुले. अधिकारियों ने बताया कि पुंछ, राजौरी और रामबन जिलों में हालांकि पाबंदियां लागू रहेंगी. एक आधिकारिक आदेश के अनुसार जम्मू जिला प्रशासन ने केन्द्र के कदम के मद्देनजर पांच अगस्त को धारा 144 के तहत लगाई निषेधाज्ञा को शुक्रवार को वापस ले लिया.


जम्मू की जिला मजिस्ट्रेट सुषमा चौहान की ओर से जारी आदेश के अनुसार, सभी स्कूल, कॉलेज और शिक्षण संस्थान 10 अगस्त से सामान्य कामकाज शुरू कर सकते हैं. किश्तवाड़ के जिला विकास आयुक्त अंग्रेज सिंह राणा ने बताया कि नगर के विभिन्न हिस्सों में चरणबद्ध तरीके से कर्फ्यू में एक घंटे की ढील दी गई.


राणा ने बताया, ‘‘पूरे जिले में शुक्रवार की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से अदा की गई. उन्होंने बताया कि कर्फ्यू में पहली बार शाम 4 से 5 बजे तक वासर, संगरभट्टा और गिरिनगर के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में ढील दी गई और फिर शाम 6 बजे से 7 बजे तक पोचल-बी, हट्टा, सरकूट और भगवान मोहल्ला इलाकों में ढील दी गई.’’


जम्मू कश्मीर पुनर्गठन कानून को राष्ट्रपति की मंजूरी, श्रीनगर-कश्मीर में हालात सामान्य, जम्मू से हटी धारा 144


उन्होंने बताया कि स्थिति शांतिपूर्ण रही और शनिवार को शहर और इसके आसपास के अन्य हिस्सों में कर्फ्यू में ढील दी जाएगी. अधिकारियों ने बताया कि चरणबद्ध तरीके से डोडा जिले के भद्रवाह शहर और उसके आस-पास के इलाकों में कर्फ्यू में ढील दी गई. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सांबा, उधमपुर और कठुआ जिलों के ज्यादातर शैक्षणिक संस्थानों में शुक्रवार को गतिविधियां सामान्य रही.


मोदी सरकार ने पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर से अनुच्छे 370 हटाने का फैसला किया. साथ ही जम्मू-कश्मीर को दो केंद्र शासित प्रदेशों (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) में बांटने का फैसला किया. केंद्र के दोनों ही फैसलों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मंजूरी दे दी है. जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाये जाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवरा को राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा था कि जम्मू कश्मीर लम्बे समय तक केन्द्र शासित प्रदेश नहीं बना रहेगा.


मोदी ने कहा था, ‘‘जम्मू और कश्मीर में अधिक से अधिक विकास होगा, मुझे नहीं लगता कि यह लंबे समय तक केंद्र शासित प्रदेश रहेगा. लद्दाख एक केंद्र शासित प्रदेश बना रहेगा.’’