Jammu Kashmir: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पुंछ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा है कि हिंदू, मुस्लिम और सिख कश्मीर में साथ रहते आए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे देश और राज्य (यूटी) की धर्म निरपेक्षता ही पहचान है. जनसभा के दौरान उन्होंने कहा कि इस पहचान (धर्मनिरपेक्ष) को बरकरार रखने के लिए आपने यह लड़ाई जारी रखी थी और इस क्षेत्र की रक्षा की.
कई क्षेत्रों में सेना और जनता के बीच तनाव है लेकिन पुंछ-राजौरी में उनके बीच कभी तनाव नहीं था. पुंछ और राजौरी पाकिस्तान सीमा पर हैं जहां आतंकवादी घूमते रहते हैं क्योंकि 1947 से ही इस क्षेत्र पर पाकिस्तान की नजर है. इसलिए मैं सेना और पुंछ और राजौरी के लोगों को बधाई देता हूं कि उन्होंने अपने प्रयासों से यहां पर शांति बना कर रखी है.
वहीं इससे पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता आजाद ने कहा कि दक्षिण कश्मीर के जिलों में पिछले कुछ वर्षों से उग्रवाद चरम पर है क्योंकि लोगों खासकर युवाओं का सरकार पर से विश्वास उठ गया है और राजनीतिक दलों को मतभेदों से दूर रहकर विश्वास बहाली के लिए काम करना चाहिए. पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यहां के युवाओं का राजनीतिक दलों पर से विश्वास उठ गया है क्योंकि उन्होंने उनकी इच्छाओं और आकांक्षाओं को सिरे से नजरअंदाज कर दिया है.
उन्होंने कहा कि घाटी में आतंकवाद बढ़ रहा है. दक्षिण कश्मीर में पिछले तीन वर्षों में आतंकी घटनाएं बढ़ी हैं और हमें इन घटनाओं के पीछे की वजह को जानने और समझने की जरूरत है. आजाद ने कहा कि आतंकवाद प्रभावित इलाकों में सकारात्मक माहौल बनाने की जरूरत है क्योंकि ऐसे इलाकों के लोग काफी 'चिंतित और निराश हो गए हैं'. उन्होंने कहा कि इन देशों के लोगों में एक तरह की निराशा है, जबकि जम्मू, कटरा या उधमपुर में दूसरी तरह की निराशा है.
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