कठुआ अटैक के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने बुलाई बड़ी बैठक, आतंक के खात्मे का बन रहा प्लान?
Kathua Terror Attack: जम्मू के कठुआ में हुए आतंकी हमलों के बाद सुरक्षा एजेंसियां एक्शन मोड में हैं. आज हाई लेवल बैठक हुई, जिसमें जम्मू कश्मीर के डीजीपी, पंजाब के डीजीपी समेत कई अफसर शामिल हुए.
Kathua Terror Attack: जम्मू में लगातार हो रहे आतंकी हमलों के बीच कठुआ में सुरक्षा बलों की बड़ी बैठक हुई है. इस बैठक में जम्मू कश्मीर के डीजीपी, पंजाब के डीजीपी, बीएसएफ के स्पेशल डीजीपी समेत कई आला अधिकारी शामिल हुए हैं. मिली जानकारी के अनुसार, इस बैठक में आतंकवाद से लेकर सीमा से घुसपैठ और आतंकियों के खात्में पर बात हो सकती है.
दरअसल, हाल ही में बीते 10 जुलाई को जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आतंकियों ने एक बार फिर कायराना आतंकी वारदात को अंजाम दिया है. घात लगाकर सेना की गाड़ी पर किए गए आतंकी हमले में 5 जवान शहीद हो गए थे. वहीं, इस हमले में 5 अन्य जवान जख्मी भी हुए थे.
5 शहीदों का बदला लेने की हो रही तैयारी
इसके अलावा जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में सोमवार को हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर के हालात पर हाईलेवल मीटिंग की थी. जिसमे सीडीएस जनरल अनिल चौहान और सेना प्रमुख उपेंद्र द्विवेदी इस बैठक में शामिल हुए थे.
TOI की रिपोर्ट के मुताबिक एक आधिकारिक सूत्र ने जानकारी दी है कि सेना के एलीट पैरा यूनिट को जम्मू-कश्मीर में सर्जिकल स्ट्राइक जैसे ऑपरेशन के लिए तैनात किया गया है. ऐसे में कयास लगाए जा रहें है कि कुछ चुनिंदा इलाकों में बड़ा ऑपरेशन किया जा सकता है.
जम्मू में छिपे हैं आतंकी
मिली जानकारी के अनुसार, सुरक्षा बलों ने आतंकियों को ठिकाने लगाने के लिए डोडा जिले के ऊंचाई वाले जंगलों के इलाके की घेराबंदी तेज कर दी है. आतंकवादियों की तलाशी अभियान का दायरा बढ़ाते हुए स्पेशल कमांड़ों को तैनात किया गया है. इसके अलावा आंतंकियों को घने जंगल में अभियान में शामिल सैनिकों की मदद के लिए ड्रोन की भी मदद ली गई है. जबकि, खोजी कुत्तों के अलावा हेलीकॉप्टर और यूएवी निगरानी के जरिए सैनिकों को सहायता दी जा रही है. बताया जा रहा है कि तीन विदेशी आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर तलाशी और घेराबंदी अभियान के बाद शुरू हुई.
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