नए साल से पहले मणिपुर में फिर बढ़ा तनाव! सुरक्षाबलों और महिलाओं के बीच हुई झड़प
Manipur Crisis: मणिपुर के कांगपोकपी में महिलाओं के एक ग्रुप और सुरक्षा बलों के बीच हुई झड़पों ने राज्य में पहले से ही संवेदनशील स्थिति को और ज्यादा तनावपूर्ण बना दिया है.
Tension in Manipur: मणिपुर के कांगपोकपी जिले में कुकी-जो समुदाय की महिलाओं की मंगलवार को सुरक्षा बलों के साथ झड़प हो गयी, जिससे राज्य में नए साल से पहले फिर से तनाव बढ़ गया. पुलिस ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में बताया कि यह घटना थम्नापोकपी के पास उयोकचिंग में उस समय हुई, जब भीड़ ने सेना, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की संयुक्त टीम की तैनाती में बाधा डालने की कोशिश की गई.
पुलिस के मुताबिक, संयुक्त बलों ने हल्का बल प्रयोग के साथ भीड़ को तितर-बितर कर दिया और अब हालात शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है. पुलिस ने बताया कि सुरक्षा बलों को इलाके पर नियंत्रण रखने और किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पहाड़ी पर तैनात किया गया था. स्थानीय लोगों ने दावा किया कि ट्विचिंग के सैबोल गांव में सुरक्षा बलों के बल प्रयोग में कई लोग घायल हो गए. ट्विचिंग कुकी-नियंत्रित पहाड़ियों और मैतेई प्रभुत्व वाली इंफाल घाटी के बीच तथाकथित बफर जोन में स्थित है.
सुरक्षा बलों ने आंसू गैस का किया इस्तेमाल
स्थानीय लोगों ने कहा कि महिलाएं सुरक्षाकर्मियों के सामुदायिक बंकरों पर जबरन कब्जे का विरोध करने के लिए जमा हुई थीं. कुकी समुदाय के एक नेता ने आरोप लगाया कि स्थिति तब और बिगड़ गई जब सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया.
नेशनल हाईवे-2 को किया जाम
एक प्रदर्शनकारी ने बताया, “यह युद्ध के मैदान जैसा था. हम अपनी चिंताओं को बताने आए थे, न कि युद्ध की रणनीति का सामना.” आदिवासी एकता समिति ने घटना के बाद नेशनल हाईवे-2 को अनिश्चित काल के लिए जाम कर दिया और केंद्रीय बलों को वापस बुलाए जाने की मांग की. बता दें कि यह नेशनल हाईवे इस क्षेत्र को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण हाईवे है.
समिति के प्रवक्ता ने कहा, “हमारे लोगों ने बहुत कुछ सहा है. निहत्थी महिलाओं पर इतना ज्यादा बल का प्रयोग अस्वीकार्य है.” नेशनल हाईवे-2 को जाम करने से इंफाल घाटी के मेइती क्षेत्रों में वस्तुओं की आपूर्ति बाधित होगी. आदिवासी नेताओं के मंच आईटीएलएफ की महिला शाखा ने दावा किया कि सुरक्षाकर्मियों द्वारा बल प्रयोग में कई महिलाएं घायल हुईं हैं.
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