नई दिल्लीः स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राजधानी दिल्ली की सुरक्षा चाक चौबंद है. खास तौर से लाल किला कि सुरक्षा को लेकर अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं. ऐसा पहली बार हुआ है जब लाल किला की सुरक्षा में दिल्ली पुलिस, अर्ध सैनिक बल, सेना के जवानों की तैनाती के साथ साथ बड़े बड़े कंटेनरों की एक ऊंची दीवार खड़ी की गयी है. इतना ही नहीं जनता को सजग रखने के लिए दिल्ली पुलिस ने लाल किला के आसपास मोस्ट वांटेड आतंकियों के पोस्टर भी चस्पा किये हैं, जिसमें 6 वांटेड आतंकियों के फोटो, नाम व पता लिखे हुए हैं. दिल्ली पुलिस ने जनता से अपील की है कि इन आतंकियों की जानकारी जिस किसी के पास भी हो, दिल्ली पुलिस से साझा की जाए.
किसानों की आड़ में उपद्रवी न मचा पाएं कोई उत्पात
दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि ऐसे इनपुट मिले हैं कि किसान आंदोलन की आड़ में कुछ उपद्रवी 26 जनवरी जैसी हरकत दोहरा सकते हैं. यही वजह है कि बड़े बड़े कंटेनरों को सुरक्षा की दीवार के तौर पर लगाया गया है. दूसरी बात ये भी है कि प्रधानमंत्री लाल किला की प्राचीर से देश को संबोधित करते हैं. इस बार इन कंटेनरों की वजह से लाल किले के सामने स्थित चांदनी चौक से पहले की तरह कोई भी प्रधानमंत्री को देख नहीं सकेगा.
ड्रोन के खतरे से निपटने के लिए तैनात होगा ड्रोन रडार सिस्टम
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किला के आसपास का इलाका नो फ्लाइंग जोन रहता है. सुरक्षा के लिहाज से हर साल एंटी एयरक्राफ्ट सिस्टम लाल किला के आसपास तैनात किया जाता है. इस वर्ष खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया है कि लाल किला व राजधानी दिल्ली के कुछ वीवीआईपी इलाकों पर ड्रोन के माध्यम से हमला किया जा सकता है. जिसे ध्यान में रखते हुए इस साल लाल किला के आसपास ड्रोन रडार सिस्टम भी तैनात किया जाएगा. जिसकी तैनाती 10 अगस्त तक कर दी जाएगी. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ये रडार सिस्टम आसपास उड़ रहे ड्रोन की फ्रीक्वेंसी को कैच करने के बाद उसे फ्रीज कर देता है, जिसकी वजह से ड्रोन उड़ नहीं पाता और नीचे गिर जाता है. इस रडार सिस्टम की रेंज लगभग 5 किलोमीटर होती है. महाराष्ट्र सरकार फिर से स्कूल खोलने पर कर रही विचार, माता-पिता को सता रही है बच्चों के लिए ये चिंता