नई दिल्ली: उत्तर पूर्वी दिल्ली में प्रदर्शनों के दौरान हिंसा की घटना के सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने 12 और लोगों को गिरफ्तार किया है. अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी. संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान हुई हिंसा के सिलसिले में पुलिस ने मंगलवार और बुधवार को नौ लोगों को गिरफ्तार किया था.
अधिकारियों ने बताया कि सीलमपुर में तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में 12 लोगों को पकड़ा गया है. पांच को जाफराबाद मामले में और चार को दयालपुर मामले में गिरफ्तार किया गया है. सीलमपुर में संशोधित नागरिकता कानून को रद्द करने की मांग कर रहे नाराज प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को पुलिसकर्मियों पर पथराव किया था, कई दो पहिया वाहनों को आग लगा दी थी और दो पुलिस बूथों में तोड़फोड़ की थी. तीन बसों में भी तोड़फोड़ हुई थी. इस घटना में 21 लोग घायल हो गए थे.
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उधर आज दिल्ली के लाल किले के पास बड़ी संख्या में लोगों ने सीएए कानून के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस दौरान योगेंद्र यादव और उमर खालिद को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. लाल किले के आसपास धारा 144 लागू है. दिल्ली पुलिस के पीआरओ एमएस रंधावा ने कहा कि हम विरोध प्रदर्शन आयोजकों से अनुरोध करते हैं कि वे निर्धारित स्थानों पर ही प्रदर्शन करें. मैं सभी से पुलिस का सहयोग करने की अपील करता हूं. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली में कई मेट्रो स्टेशन पर एंट्री और एक्जिट को बंद कर दिया गया है.
वहीं देशभर में लेफ्ट पार्टियों ने प्रदर्शन करने का एलान किया है. वहीं बिहार में लेफ्ट पार्टियों ने बंद का एलान किया है. बिहार में कई जगहों पर ट्रेनों को रोका गया है. सड़कों को जाम किया गया है. लेफ्ट पार्टियों ने आज का दिन इसलिए चुना क्योंकि 19 दिसंबर को 1927 में तीन स्वतंत्रता सेनानियों- राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाक उल्लाह खान और रोशन सिंह को अंग्रेजी शआसन काल में फांसी दी गई थी.
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