कोरोना वायरस खौफ के बीच अमेरिका में शुरू हुआ सीनेट का सत्र, 100 सीनेटर होंगे शामिल
लॉकडाउन के बीच सीनेट का सत्र सोमवार को फिर से शुरू हो गया. श्विक महामारी कोरोना वायरस का किस प्रकार सबसे बेहतर तरीके से मुकाबला किया जाए और तबाह हो चुकी अर्थव्यवस्था को कैसे पटरी पर लाया जाए इन मामलों पर तेज़ी से चर्चा शुरू हो चुकी है.
वाशिंगटन: अमेरिका में कोरोना वायरस संकट और लॉकडाउन के बीच सीनेट का सत्र सोमवार को फिर से शुरू हो गया. हालांकि अभी यह साफ नहीं हुआ है कि नए सहायता पैकेज पर क्या स्थिति रहेगी. उधर, अमेरिका में इस मुद्दे पर बहस तेज होती जा रही है कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस का किस प्रकार सबसे बेहतर तरीके से मुकाबला किया जाए और तबाह हो चुकी अर्थव्यवस्था को कैसे पटरी पर लाया जाए.
मार्च के बाद पहली बार 100 सीनेटर सत्र में हिस्सा लेंगे. मार्च में सदन की कार्यवाही स्वास्थ्य खतरे की वजह से टाल दी गई दी थी. वाशिंगटन क्षेत्र वायरस हॉट स्पॉट है और यहां लोगों को घरों में ही रहने के आदेश हैं.
सीनेट में बहुमत के नेता मिच मैक्कोनेल ने सत्र की शुरुआत की और वायरस के प्रकोप के बजाय राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रत्याशियों की पुष्टि करने के एजेंडे पर ध्यान केंद्रित करने के अपने निर्णय का बचाव किया. मैक्कोनेल ने कहा, “हमें राष्ट्र के लिए अहम काम करना है" सीनेट के रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य बहस के लिए शर्ते तय करने की कोशिश में लगे हैं और इस बात से निराश हैं कि सदन की स्पीकर नेंसी पेलोसी पहले के सहायता संबंधी विधेयकों में डेमोक्रेटिक पार्टी की प्राथमिकताएं शामिल कराने में कामयाब रही थीं.
वे करीब 3 हजार अरब डॉलर से ज्यादा का संघीय कोष देने के अनिच्छुक हैं जिसे कांग्रेस पहले ही वायरस राहत के लिए मंजूरी दे चुकी है. उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप आर्थिक गतिविधियां शुरू कराएंगे जिससे और अधिक सहायता देने की जरूरत कम होगी. लेकिन पेलोसी उनके बिना ही आगे बढ़ी और एक नया राहत पैकेज तैयार किया है जिसे डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जल्द ही सामने लाएंगे. सीनेट के डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता चक शुमर ने संकट का सामना किए बिना सीनेटरों और स्टाफ को वापस बुलाने की निंदा की है.
उन्होंने इसे अमेरिकी इतिहास के सबसे ‘असामान्य’ सत्रों में से एक बताया है, पिछले पांच हफ्तों से कोविड-19 की वजह से कांग्रेस को छोड़ सब बंद है. यह 1918 में स्पेनिश फ्लू और 2001 में आतंकी हमले के दौरान भी इतने वक्त के लिए बंद नहीं रहा था. सीनेटर एक बदले हुए स्थान पर आएंगे और उनके लिए नए दिशा-निर्देश होंगे, जिनमें सीनेटर और कर्मचारियों के लिए मास्क लगाना तथा सामाजिक दूरी बनाना और अपने अधिकतर कर्मचारी नहीं लाना शामिल है. जनता की भी सीमित पहुंच होगी.
इससे ना केवल सीनेटर बल्कि कैपिटल हिल के हिस्सों को खोलने से बावर्ची, सफाई कर्मी, पुलिस अधिकारी तथा अन्य कर्मचारी भी खतरे के दायरे में आएंगे.
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