नई दिल्ली: देश के जाने माने वकील एच एस फुल्का को जान से मारने की धमकी दी गई है, ये खुलासा कोर्ट में खुद जज ने किया है. सोमवार को जब फुल्का सिख दंगे से जुड़े एक केस की सुनवाई के लिए दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट पहुंचे तो मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट हरज्योत सिंह भल्ला ने इन्हें जान से मारने की धमकी वाली चिट्ठी की जानकारी दी.


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जान से मारने की धमकी मिलने पर फुल्का ने कहा कि 35 साल से लड़ रहा हूं, कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. फुल्का लंबे समये से 1984 के सिख दंगा पीड़ितों को इंसाफ दिलाने की लड़ाई लड़ रहे हैं.


राऊज एवेन्यू कोर्ट 1984 दंगों से जुड़े एक मामले में सुनवाई कर रही थी जिसमें कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर आरोपी हैं. सीबीआई इस मामले में टाइटलर को तीन बार क्लीन चिट दे चुकी है लेकिन अदालत ने सीबीआई को मामले की आगे जांच करने का निर्देश दिया था.


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दिग्गज वकील के अलावा एच एस फुल्का को नेता, मानवाधिकार कार्यकर्ता और लेखक के तौर पर भी जाना जाता है. 2014 में इन्होंने आम आदमी पार्टी की टिकट पर लुधियाना से चुनाव लड़ा था लेकिन हार गए. वकालत के क्षेत्र में योगदान के लिए 2019 में इन्हें पद्मश्री अवॉर्ड से भी समानित किया जा चुका है.