Mahabal Mishra Joins AAP: दिल्ली नगर निगम के चुनाव (MCD Election 2022) से पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता महाबल मिश्रा (Mahabal Mishra) रविवार (20 नवंबर) को आम आदमी पार्टी (AAP) में शामिल हो गए. कांग्रेस से एक बार सांसद और तीन बार विधायक रह चुके महाबल मिश्रा ने पहाड़गंज में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की मौजूदगी में एक जनसभा के दौरान 'आप' की सदस्यता ग्रहण की है. 


बता दें, दिल्ली नगर निगम के 250 पार्षदों को चुनने के लिए चार दिसंबर को मतदान होगा. मतगणना सात दिसंबर को होगी. एमसीडी के एकीकरण के बाद निगम का यह पहला चुनाव होगा.


एबीपी न्यूज से महाबल मिश्रा की बातचीत


'आप' में शामिल होने के बाग महाबल मिश्रा ने एबीपी न्यूज के सवालों का जवाब दिया. मिश्रा ने कहा, ''मैं निश्चित रूप से कांग्रेस से लंबे समय से जुड़ा था लेकिन कांग्रेस को जमीनी कार्यकर्ता की पहचान नहीं है. मुझे उपेक्षित महसूस होने लगा, इसलिए आज जिस पार्टी ने मुझ पर विश्वास व्यक्त किया, मैं उसके साथ लगकर काम करूंगा.'' 


मिश्रा से जब पूछा गया कि 2020 में कांग्रेस ने उन्हें निलंबित कर दिया था, उन पर 'आप' उम्मीदवार का प्रचार करने का आरोप था. क्या वह बात सच साबित हो गई? इस पर उन्होंने कहा, ''बिल्कुल गलत, विरोधी कुछ भी आरोप लगाते हैं.'' महाबल मिश्रा ने कहा कि आम आदमी पार्टी बिजली-पानी फ्री दे रही है, एजुकेशन पॉलिसी आदि सब अपना रही है.


सत्येद्र जैन के मसाज वीडियो मामले पर यह बोले


सत्येंद्र जैन के तिहाड़ जेल के कथित मसाज वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए महाबल मिश्रा ने कहा, ''यह बहुत नीची सोच है क्योंकि वह (सत्येंद्र जैन) फिजियोथेरेपी करवा रहे हैं. कमर और रीड़ की हड्डी में दर्द होने पर ऐसा किया जाता है. इस पर राजनीति बिना बता की हो रही है.'' 


2024 के लोकसभा चुनाव में 'आप' में क्या भूमिका रहेगी? इस बारे में पूछे जाने पर महाबल मिश्रा ने कहा, ''2024 में क्या जिम्मेदारी होगी, यह केजरीवाल तय करेंगे. उम्मीदें तो बहुत है लेकिन जनता के लिए और काम के लिए आया हूं.''


बेटा पहले 'आप' विधायक


बता दें कि महाबल मिश्रा के बेटे विनय मिश्रा पहले से ही आम आदमी पार्टी के नेता हैं. विनय द्वारका से 'आप' विधायक हैं. दिल्ली में रह रहे पूर्वांचल के मतदाताओं पर महाबल मिश्रा की खासी पकड़ बताई जाती है. महाबल मिश्रा का 'आप' में जाना कांग्रेस के लिए नुकसान माना जा रहा है. जानकारों की मानें तो इस बार भी एमसीडी चुनाव में आम आदमी पार्टी और बीजेपी के बीच टक्कर है. 


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