इस वारदात के बाद कंपनी में हड़कंप मच गया. आननफानन में घायल मैनेजर को निजी हस्पताल में ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. सूचना पाकर पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंच गयी और जांच में जुट गयी. फिलहाल मृतक के शव को सरकारी हस्पताल के शवगृह में रखवाया गया है.
जांच के दौरान पुलिस को पता लगा कि वारदात को अंजाम देने वाले शख्स का नाम विश्वास पांडेय है जो 5 से 6 महीने पहले यहां काम किया करता था. लेकिन उसके व्यव्हार की वजह से उसे निकल दिया था. शुक्रवार दोपहर करीब 2 बजे के आसपास विश्वास कंपनी के गेट पर पहुंचा जहां पूर्व कर्मचारी होने का फायदा उठाकर अंदर दाखिल हो गया और सीधा अरिंदम के ऑफिस में पहुंच गया जहां उसने पिस्टल निकाल कर अरिंदम पर गोली चला दी और मौके से फरार हो गया. पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच में पता लगा है कि विश्वास पांडेय अपनी नौकरी जाने का जिमेदार अरिंदम को मानता था जिसके वजह है उसने इस वारदात को अंजाम दिया. अरिंदम कोलकाता के रहने वाले थे जबकि विश्वास प्रयागराज (इलाहाबाद) का रहने वाला बताया जा रहा है. फिलहाल पुलिस ने केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है.
मौके पर जांच कर रहे मुजेसर थाना के एसएचओ अशोक कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि टाटा स्टील प्लांट में गोलियां चली हैं जिस पर वह मौके पर पहुंचे तो तब तक कंपनी वाले घायल मैनेजर को हॉस्पिटल ले जा चुके थे जहां उनकी मौत हो गयी. एसएचओ ने बताया कि उसे पांच गोलियां मारी गयी हैं. उन्होंने बताया की हत्या करने वाला इसी कंपनी का पूर्व कर्मचारी है जो अपना बकाया हिसाब करने के बहाने कंपनी में आया था. पुलिस के अनुसार उन्हें अभी कंपनी के तरफ से लिखित शिकायत का इंतज़ार है. इसके बाद जल्दी ही आगे की कार्रवाई की जायेगी.