17 साल बाद इंसाफ: थोड़ी देर में पत्रकार मर्डर केस में बलात्कारी बाबा राम रहीम की सजा का एलान
हरियाणा सरकार ने कानून व्यवस्था के चलते इस मामले में अदालत में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई की याचिका दी थी. इस अपील को कोर्ट ने मंजूर कर लिया. सजा को देखते हुए पंचकूला में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
नई दिल्ली: पत्रकार रामचंद्र छ्त्रपति हत्या मामले में दोषी करार बलात्कारी बाबा गुरमीत राम रहीम और तीन अन्य को पंचकूला की विशेष सीबीआई कोर्ट थोड़ी देर में सजा सुनाएगी. 17 साल से इंसाफ की लड़ाई लड़ रहे पत्रकार रामचंद्र के परिवार के इंतजार आज खत्म हो जाएगा.
राम रहीम सहित सभी दोषियों को सजा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सुनायी जाएगी. दोषियों में राम रहीम के अलावा कृष्ण लाल, निर्मल सिंह और कुलदीप सिंह का नाम शामिल है. विशेष सीबीआई अदालत के जज जगदीप सिंह सजा सुनाने की सुनवाई करेंगे. कोर्ट में सुनवाई दोपहर दो बजे के करीब होगी.
इससे पहले कल अदालत ने इस संबंध में हरियाणा सरकार को बड़ी राहत दी और दोषियों की अदालत में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिये पेशी की अनुमति दे दी. हरियाणा सरकार ने कानून व्यवस्था के चलते इस मामले में अदालत में याचिका दी थी. सजा को देखते हुए पंचकूला में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है.
क्या है पूरा मामला? जिस पत्रकार हत्याकांड में राम रहीम को सजा सुनाई जाएगी, वो हत्याकांड 17 साल पुराना है. रामचंद्र छत्रपति सिरसा में पूरा सच नाम का दैनिक अखबार निकालते थे. रामचंद्र ने 2002 में पूरा सच में डेरा सच्चा सौदा की गतिविधियों पर खबरें लिखी. 24 अक्टूबर 2002 की रात दो हमलावरों ने पत्रकार छत्रपति को उनके घर के बाहर गोली मार दी.
दिल्ली के अपोलो अस्पताल भर्ती में रामचंद्र की 21 नवंबर 2002 को मौत हो गई. पत्रकार के परिवार ने राम रहीम के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. इस हत्याकांड की जांच नवंबर 2003 को सीबीआई के हवाले कर दी गई. 2007 में सीबीआई ने राम रहीम को हत्या की साजिश रचने का आरोपी माना था. 11 जनवरी 2019 को पंचकूला की विशेष अदालत ने राम रहीम समेत अन्य 3 आरोपियों को दोषी करार दिया था.