सीरम इंस्टिट्यूट ने कोरोना की एक और वैक्सीन के ट्रायल के लिए आवेदन दिया, जून में लॉन्च की उम्मीद
सीरम इंस्टिट्यूट के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि नौवावैक्स के साथ हमारी साझेदारी ने बेहतर नतीजे दिए हैं. हमने भारत में ट्रायल के लिए आवेदन किया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि इसी साल जून तक 'कोवोवैक्स' का उत्पादन शुरू हो जाएगा.
पुणे: सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी आदर पूनावाला ने कहा कि उनकी कंपनी ने कोविड-19 की एक और वैक्सीन का ट्रायल शुरू करने के लिए आवेदन किया है. जून 2021 तक इसके उत्पादन की उम्मीद है. एसआईआई पहले ही ‘कोविडशील्ड’ वैक्सीन का उत्पादन कर रहा है जिसे ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय और ब्रिटिश-स्वीडिश कंपनी एस्ट्राजेनका ने विकसित किया है. देश में अभी चल रहे टीकाकरण अभियान के लिए केंद्र ने ‘कोविडशील्ड’ टीके की एक करोड़ 10 लाख खुराक खरीदी हैं.
आदर पूनावाला ने एक ट्वीट में कहा, “नोवावैक्स के साथ कोविड-19 टीके के लिए हमारी साझेदारी ने उत्कृष्ट प्रभावी नतीजे दिए हैं. हमने भारत में परीक्षण शुरू करने के लिए आवेदन किया है. जून 2021 तक ‘कोवोवैक्स’ का उत्पादन शुरू करने की उम्मीद है.”
Our partnership for a COVID-19 vaccine with @Novavax has also published excellent efficacy results. We have also applied to start trials in India. Hope to launch #COVOVAX by June 2021!
— Adar Poonawalla (@adarpoonawalla) January 30, 2021
बता दें कि देश भर में कोविड-19 के खिलाफ 16 जनवरी को टीकाकरण अभियान शुरू हुआ था और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि इसमें करीब तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और कोविड-19 के खिलाफ फ्रंटलाइन पर काम करने वालों को प्राथमिकता दी जाएगी.
देश भर में अब तक 35 लाख से अधिक लाभार्थियों को कोविड-19 का टीका लगाया जा चुका है, जिनमें से पिछले 24 घंटे में 5 लाख 70 हजार लोगों को टीका लगाया गया. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि कुल 35,00,027 लाभार्थियों में से उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक 4 लाख 63 हजार 793 लोगों को टीका लगाया गया. इसके बाद राजस्थान में 3 लाख 24 हजार 973, कर्नाटक में 3 लाख 7 हजार 891 और महाराष्ट्र में 2 लाख 61 हजार 320 लोगों को टीका लगाया गया. मंत्रालय ने एक बयान में बताया कि पिछले 24 घंटे में 10 हजार 809 सत्रों में कुल 5 लाख 71 हजार 974 लोगों को टीका लगाया गया. अब तक कुल 63 हजार 687 सत्र आयोजित किए जा चुके हैं.
बयान में कहा गया, ‘‘भारत में उपचाराधीन लोगों की संख्या 1.7 लाख से कम (1,69,824) हो गई है. अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या देश में संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या का 1.6 प्रतिशत से भी कम (1.58 प्रतिशत) है.’’ मंत्रालय ने बताया कि लोगों के संक्रमित पाए जाने की साप्ताहिक दर नौ राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में राष्ट्रीय औसत से अधिक है. केरल में लोगों के संक्रमित पाए जाने की सर्वाधिक साप्ताहिक दर (12.20 प्रतिशत) है और इसके बाद चंडीगढ़ का नंबर (7.30 प्रतिशत) आता है.
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