Serum Institute Fire: पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मंजरी परिसर की एक इमारत में आज आग लगने से पांच लोगों की मौत हो गई. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय की तरफ से किए गए ट्वीट के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन तैयार करने वाले सीरम इंस्टीट्यूट में निर्माण कार्य के दौरान इलेक्ट्रीक फॉल्ट के कारण आग लगी है. प्राथमिक जांच में ये बात सामने आई है.


आग की घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया है. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, ''सीरम इंस्टीट्यूट में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना में जान जाने से दुखी हूं. इस दुख की घड़ी में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार के प्रति हमारी संवेदना है. घायल लोगों के जल्द ठीक होने की कामना करता हूं.''






महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कल स्थिति का जायजा लेने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया का दौरा करेंगे. मुख्यमंत्री ने पूरे मामले की जांच के लिए आदेश दिए हैं. ठाकरे ने कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग वहां नहीं लगी जहां कोविड-19 टीकों का निर्माण किया जा रहा है बल्कि उस इकाई में लगी है जहां बीसीजी टीके बनाए जा रहे हैं.


टीके को कोई नुकसान नहीं
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि आग की घटना से कोविशील्ड टीकों के निर्माण को कोई नुकसान नहीं हुआ है. जिस इमारत में आग लगी वह सीरम केन्द्र की निर्माणाधीन साइट का हिस्सा है और कोविशील्ड निर्माण इकाई से एक किमी दूर है, इसलिए आग लगने से कोविशील्ड के निर्माण पर कोई असर नहीं पड़ा है.


महापौर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि ऐसा लगता है कि आग की घटना में जान गंवाने वाले पांच लोग भवन के तल पर काम कर रहे थे. उन्होंने कहा कि अग्निशमन अधिकारियों ने निरीक्षण के दौरान शव बरामद किये.


पुलिस उपायुक्त नम्रता पाटिल ने कहा कि अपराह्न करीब पौने तीन बजे सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के परिसर में स्थित एसईजेड 3 भवन के चौथे और पांचवें तल पर आग लग गई. उन्होंने कहा, ''नौ लोगों को भवन से बाहर निकाल लिया गया है.'' घटना के वायरल हुए वीडियो में भवन से धुआं उठता दिख रहा है.


अधिकारी ने कहा कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम घटनास्थल पर पहुंची. पुणे पुलिस आयुक्त अमिताभ गुप्ता ने कहा कि घटना में कोई घायल नहीं हुआ है. उन्होंने कहा, ''आग बुझाने वाले पानी के 15 टैंकरों को काम में लगाया गया और शाम करीब साढ़े चार बजे उसपर काबू पा लिया गया.''


अधिकारी ने कहा कि फर्नीचर, तार, कैबिन जलकर राख हो गए हैं. जहां आग लगी, उन तलों पर कोई महत्वपूर्ण मशीनरी अथवा उपकरण नहीं रखे थे.


मुआवजे का एलान


सीरम इंस्टीट्यूट में आग में जान गंवाने वाले सभी पांच मजदूर थे. इनमें से दो-दो पुणे और उत्तर प्रदेश के थे और एक बिहार से थे. इनके नाम हैं- महेंद्र इंगळे, प्रतिक पाष्टे, बिपीन सरोज, सुशील कुमार पांडे और रमाशंकर हरिजन.


मृतकों के परिवार के प्रति सीरम इंस्टीट्यूट ने संवेदना जताई है और 25-25 लाख रुपये मुआवजा देने का एलान किया है.


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