नई दिल्ली: भारत सरकार द्वारा सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से खरीदी गई कोरोना वायरस के वैक्सीन की 1.1 करोड़ खुराकों में से 95 फीसदी की आपूर्ति देश भर में कर दी गई है. सूत्रों ने बुधवार को यह जनकारी दी. इससे एक दिन पहले ही वैक्सीन को देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचाने का काम शुरू हुआ था. ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनका के कोविड-19 रोधी टीके 'कोवीशल्ड' की पहली खेप मंगलवार सुबह पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की विनिर्माण इकाई से निकली थी. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में इस वैक्सीन का निर्माण किया गया है.


वैक्सीन की खेप लेकर विमान पुणे से 13 शहरों के लिए रवाना हुए थे. परिवहन व्यवस्था में शामिल सूत्रों ने बताया, " कुल खरीद ऑर्डर (1.1 करोड़ खुराकों) में से अबतक 95 फीसदी खुराकों की आपूर्ति कर दी गई है. बची एक लाख से अधिक खुराकों की आपूर्ति भी जल्दी कर दी जाएगी." एसबी लॉजिस्टिक' के एमडी संदीप भोसले ने बताया कि बुधवार को विमान वैक्सीन की खेप लेकर आगरा, मेरठ, बरेली, पुडुचेरी, पोर्ट ब्लेयर और लेह रवाना हुए. भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान 16 जनवरी से शुरू होने जा रहा है.


भारत बायोटेक ने विमानों से 11 शहरों को भेजी कोरोना वैक्सीन


स्वदेशी कोरोना वैक्सीन विकसित करने वाली दवा कंपनी भारत बायोटेक ने बुधवार को कहा कि उसने देश के 11 शहरों में सफलतापूर्वक ‘कोवैक्सीन’ भेज दी है. कंपनी ने कहा कि उसने कोवैक्सीन की 16.5 लाख खुराकें सरकार को दान की हैं. भारत बायोटेक ने एक बयान में कहा, ‘‘55 लाख खुराकों का सरकारी ऑर्डर मिलने के बाद कंपनी ने पहली खेप भेज दी है. इसमें हर शीशी में 20 खुराकें हैं.’’


कंपनी ने कहा कि वैक्सीन की खेप को गणावरम, गुवाहाटी, पटना, दिल्ली, कुरुक्षेत्र, बेंगलुरू, पुणे, भुवनेश्वर, जयपुर, चेन्नई और लखनऊ भेजा गया है. भारत बायोटेक ने बुधवार को ब्राजील की कंपनी प्रीसिसा मेडिकामेंटोस के साथ भी कोरोना वैक्सीन आपूर्ति करने का एक समझौता किया.


ड्रग्स केस: NCB ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के दामाद को गिरफ्तार किया, UP के रामपुर में भी छापेमारी