अगर कर रहे हैं Work From Home तो कट सकता है आपकी सैलरी, जानें क्या प्लानिंग चल रही है
जो लोग मेट्रो शहरों को छोड़कर छोटे शहर में जाकर काम कर रहे हैं उनकी सैलरी में कटौती की जा सकती है. हालांकि जो कर्मचारी अपने मौजूदा ठिकाने पर ही घर से काम कर रहे हैं, उनके भत्तों (allowance) में बदलाव हो सकता है लेकिन सैलरी में कोई कटौती नहीं होगी.
कोरोनाकाल के चलते छोटे बड़े उद्योगों और सर्विस सेक्टर को खासा नुकसान उठाना पड़ा है. सर्विस सेक्टर की कार्य करने के तौर तरीकों में भी कई तरह के परिवर्तन आए हैं. इनमें से एक बड़ा ट्रेंड घर से काम (Work from home) करने का है. अब एक बड़ी खबर ये आ रही है कि जो लोग मेट्रो शहरों को छोड़कर छोटे शहर में जाकर काम कर रहे हैं उनकी सैलरी में कटौती की जा सकती है.
सर्विस सेक्टर की कंपनियां कर रही है विचार
सर्विस सेक्टर की कंपनियों खासकर की आईटी/फाइनेंशियल सर्विसेज और प्रोफेशनल सर्विसेज सेक्टर के कर्मचारी जो छोटे शहरों में रहकर घर से काम कर रहे हैं की सैलरी में कटौती हो सकती है. हालांकि जो कर्मचारी अपने मौजूदा ठिकाने पर ही घर से काम कर रहे हैं, उनके भत्तों (allowance) में बदलाव हो सकता है लेकिन सैलरी में कोई कटौती नहीं होगी.
श्रम मंत्रालय तैयार कर रहा है ड्राफ्ट
श्रम मंत्रालय की ओर से सर्विस सेक्टर में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम कॉन्सेप्ट पर ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है. इसके लिए विभिन्न पक्षों से सुझाव मांगा गया था. मानव संसाधन विशेषज्ञों और कंसल्टेंसी कंपनियों के मुताबिक नए नियमों में घर से काम करने वाले कुछ कर्मचारियों की सैलरी में कटौती हो सकती है. इससे कंपनियां प्रत्येक कर्मचारी पर होने वाले खर्च का 20 से 25 फीसदी तक बचा सकती है.
नए तरह के भत्ते
इस दौरान कंपनियां अपने कर्मचारियों को वाई-फाई और दूसरे खर्चों के रूप में नए तरह के भत्ते दे सकती हैं. ट्रांसपोर्ट जैसे भत्तों को हटाया जा सकता है. Aon India में रिटायरमेंट एंड बेनिफिट्स के प्रैक्टिस लीडर विशाल ग्रोवर के अनुसार, "सर्विस सेक्टर की कंपनियां अभी इस पर विचार कर रही हैं. ऐसी संभावना है कि 1 अप्रैल, 2021 से देश में लेबर कोड्स लागू होंगे इसी को लेकर कंपनियां अपनी तैयारियां कर रही हैं."
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