Services Secretary Ashish More: दिल्ली के सर्विसेज विभाग के सेक्रेटरी आशीष मोरे (Ashish More) कई दिनों से गायब होने के बाद आखिरकार सामने आ गए हैं और सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के आदेश का पालन करने पर उन्होंने सहमति जता ली है. सर्विसेज़ विभाग के मंत्री सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) के दफ़्तर से ये जानकारी दी गई है.
दरअसल, सर्विसेज मंत्री सौरभ भारद्वाज द्वारा उनकी अनाधिकृत अनुपस्थिति के लिए स्पष्टीकरण की मांग करते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था जिसके बाद उनके व्यवहार में अचानक यह बदलाव आया. सौरभ भारद्वाज के मुताबिक़ आशीष मोरे की जगह नए सर्विसेज सेक्रेटरी की नियुक्ति के आदेश जारी किए गए हैं जिसका उन्होंने अवहेलना की थी. निर्देश दिए जाने पर अपने सहयोगियों और परिवार के सदस्यों को छोड़कर आशीष मोरे रहस्यमय तरीके से दिल्ली सचिवालय से गायब हो गए थे. संबंधित अधिकारियों द्वारा संपर्क किए जाने पर उनकी पत्नी ने कहा था कि उन्हें उनके बारे में कोई जानकारी नहीं है.
नए सर्विसेज सेक्रेटरी की तैनाती को...
मंत्री सौरभ भारद्वाज के दफ़्तर के मुताबिक़ सुप्रीम कोर्ट के ऐतिहासिक फैसले के बाद संपर्क से कट गए आशीष मोरे सोमवार (15 मई) दोपहर अचानक सचिवालय स्थिति अपने दफ्तर में आए और कारण बताओ नोटिस मिलने की बात स्वीकार की. साथ ही उन्होंने सुप्रीम अदालत के निर्णय को मानने और नए सर्विसेज सेक्रेटरी की तैनाती को औपचारिक रूप से आगे बढ़ाने की बात कही.
बता दें कि सर्विसेज मंत्री सौरभ भारद्वाज ने सर्विसेज सेक्रेटरी आशीष मोरे को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. मंत्री की ओर से ये कदम आशीष मोरे द्वारा सेक्रेटरी (सर्विसेज) की पोस्टिंग के संबंध में मंत्री के निर्देशों का पालन करने से इनकार करने और बिना बताए कार्यालय से अनुपस्थित रहने के बाद उठाया गया था. दरअसल बीते 11 मई 2023 को सर्विसेज मंत्री सौरभ भारद्वाज ने आशीष मोरे को सर्विसेज (सेक्रेटरी) के पद पर वर्तमान पदाधिकारी का स्थानांतरण करने और उसकी जगह एक अन्य अधिकारी की पोस्टिंग के लिए फाइल तैयार करने का निर्देश दिया था.
फाइल पेश करने की बात कह कर आशीष हो गए थे गायब
मंत्री सौरभ भारद्वाज के दफ़्तर के मुताबिक़ आशीष मोरे ने मंत्री को आश्वासन दिया था कि वे संबंधित फाइल को उस दिन दोपहर 3 बजे से पहले पेश कर देंगे. हालांकि ऐसा करने के बजाय वे मंत्री या उनके कार्यालय को सूचित किए बिना सचिवालय से गायब हो गए. मंत्री और उनके कार्यालय ने आशीष मोरे से उनके कार्यालय और मोबाइल फोन नंबरों पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने किसी कॉल का जवाब नहीं दिया.
बाद में आशीष मोरे ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया. मंत्री ने उन्हें व्हाट्सएप मैसेज भी भेजे लेकिन उसे नजरअंदाज कर दिया गया. उनके निवास पर एक आधिकारिक नोट भी भेजा गया लेकिन उन्होंने इसे स्वीकार नहीं किया. उनकी पत्नी बाहर आई और कहा कि वे आशीष मोरे के बारे में नहीं जानती हैं. बाद में ये नोट उन्हें ईमेल और व्हाट्सएप के जरिए भी भेजा गया.
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