नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में पेट्रोल पंप की जालसाजी लेकर एबीपी न्यूज़ की खबर का बड़ा असर हुआ है. पेट्रोल पंप तेल चोरी मामले में लखनऊ के सात पेट्रोल पंप सीज़ कर दिए गए हैं. इसके साथ ही सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है और 23 लोगों को गिरफ्तार किया है.


इस मामले में सरकार ने एसआईटी गठित करने का फैसला भी किया है. ये एसआईटी प्रदेश भर में पेट्रोल पंप पर घटतौली का केस दर्ज होने पर जांच करेगी. एबीपी न्यूज़ पर खबर दिखाए जाने के बाद पेट्रोलियम मंत्री धमेंद्र प्रधान ने ट्वीट कर कहा, 'चोरी के दोषियों पर पेट्रोलियम मंत्रालय और तेल कंपनियां कड़ी कार्रवाई करेंगी.''


इसके साथ ही केंद्र सरकार ने यूपी एसटीएफ को भी बधाई दी है. धर्मेंद्र प्रधान ने अपने ट्वीट में लिखा, ''पेट्रोल पंप पर कम डिलीवरी कर में शामिल रैकेट का भांडा भोड़ करने के लिए यूपी एसटीफ को बधाई,"


क्या है पूरा मामला ?


गुरुवार रात यूपी एसटीएफ की टीम ने लखनऊ के एक दर्जन से ज्यादा पेट्रोल पंपों पर छापा मारा. जांच में पता चला कि पेट्रोल पंपों पर ग्राहकों से पैसे पूरे लिये जाते थे, लेकिन पेट्रोल कम दिया जाता था. इसके लिए पेट्रोल पंप वाले एक विशेष प्रकार की चिप का इसेतमाल करते थे.


यूपी एसटीफ ने कुल सात पेट्रोल पंप पर छापा मारा. इन पेट्रोल पंप पर पेट्रोल भरवाने से पहले ग्राहक को मशीन पर जीरो तो दिखता था लेकिन पेट्रोल भरवाने में उन्हें घाटा होता था. इन पेट्रोल पंप पर हर एख लीटर में पचास मिली लीटर का घपला किया जा रहा था यानि हर लीटर पर ग्राहक को तीन रुपये का घाटा.


जानना जरूरी है

लखनऊ में यूपी एटीएस छापा मारकर पेट्रोल चुराने वाली चिप बरामद की

लखनऊ में 175 पेट्रोल पंप पर रोजाना 4 लाख लीटर पेट्रोल बिकता है

सभी पेट्रोल पंप पर अगर चोरी हुई तो रोज 14 लाख रूपए की चोरी होगी

यूपी में 6600 पेट्रोल पंप पर 4 करोड़ 10 लाख लीटर पेट्रोल रोज बिकता है

सभी पेट्रोल पंप पर अगर चोरी हुई तो रोज 14 करोड़ 35 लाख रू की चोरी होगी

छोटे पेट्रोल पंप पर चिप की मदद से महीने में 5-6 लाख की चोरी

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