नई दिल्ली: सचिन पायलट को पद से हटाए जाने के बाद एनएसयूआई के प्रदेशाध्यक्ष ने त्यागपत्र दे दिया है. एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष अभिमन्यू पूनियां ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया. पूनियां ने कहा कि सचिन पायलट के समर्थन में मैंने इस्तीफा दिया. उन्होंने ट्वीट में कहा,''मैंने पिछले छह साल प्रदेश के युवाओं की आवाज़ सचिन पायलट के साथ काम किया है और मरते दम तक सचिन पायलट के साथ रहूंगा और उनके नेतृत्व में ही काम करूंगा अंतः मैं एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देता हूं.''


उन्होंने आगे कहा कि जहां राजस्थान के जाट बिशनोई परिवार के मुखियाओं को जेल भेजने का काम किया हम उस मुंख्यमंत्री के साथ काम नहीं कर सकते, हमारा ईमान भी ज़िंदा है, जमीर भी ज़िंदा है. उन्होंने कहा कि यूथ कांग्रेस, एनएसयूआई, सेवादल के करीब 400—500 पदाधिकारियों ने अपने पदों से त्यागपत्र दे दिया है.


पाली के डिस्ट्रिक प्रेसिडेंट चुन्नीलाल चाड़वास ने भी इस्तीफा दिया


वहीं कांग्रेस के पाली के डिस्ट्रिक प्रेसिडेंट चुन्नीलाल चाड़वास ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने कहा है कि वह सचिन पायलट के पद से हटाए जाने से काफी आहत हैं.





बता दें कि कांग्रेस ने राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ बगावत करने वाले पायलट को उपमुख्यमंत्री एवं पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष पदों से हटा दिया. इसके साथ ही पार्टी ने पायलट खेमे में गए सरकार के दो मंत्रियों विश्वेंद्र सिंह एवं रमेश मीणा को भी उनके पदों से तत्काल हटा दिया.


इस फैसले के बाद सचिन पायलट ने ट्वीट किया, ‘‘ सत्य को परेशान किया जा सकता है पराजित नहीं.’’


बीजेपी से संबंध के आरोप


कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार को कहा कि सचिन पायलट दिग्भ्रमित होकर बीजेपी के जाल में उलझ गए और कांग्रेस की सरकार गिराने की साजिश में शामिल हो गए. पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसकी घोषणा करने से पहले कहा, “हम सब को एक बात का खेद अवश्य है कि राजस्थान के उपमुख्यमंत्री, हमारे युवा साथी सचिन पायलट और कांग्रेस के कुछ विधायक व मंत्री साथी दिग्भ्रमित होकर बीजेपी के षडयंत्र के जाल में उलझकर कांग्रेस की सरकार को गिराने की साजिश में शामिल हो गए.”


इसके साथ ही सुरजेवाला ने आरोप लगाया कि बीजेपी ने राज्य सरकार को गिराने की साजिश की है. उन्होंने कहा, “बीजेपी ने एक षडयंत्र के तहत राजस्थान की आठ करोड़ जनता के सम्मान को चुनौती दी. बीजेपी ने एक साजिश के तहत राजस्थान की बहादुर जनता द्वारा संपूर्ण बहुमत से चुनी गयी कांग्रेस की सरकार को अस्थिर कर गिराने की साजिश की.”


उन्होंने कहा, “बीजेपी ने धनबल व सत्ताबल के दुरुपयोग से ईडी व आईटी के दुरुपयोग से कांग्रेस पार्टी और निर्दलीय विधायकों की निष्ठा को खरीदने के प्रयास का नाकाबिले माफी जुर्म किया है.”