SGPC ने आंदोलन के दौरान जान गंवाने वाले सभी 7 किसानों के परिजनों को एक-एक लाख का मुआवजा देने का किया एलान
तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने आठ दिसम्बर को ‘भारत बंद’ का शुक्रवार को ऐलान कियाव है. किसानों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो वे राष्ट्रीय राजधानी की तरफ जाने वाली और सड़कों को बंद कर देंगे.
अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने किसान आंदोलन के दौरान अलग-अलग कारणों से अपनी जान गंवाने वाले किसानों के परिजनों को एक-एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. अमृतसर में नवनियुक्त अध्यक्ष की पहली कार्यकारिणी की बैठक में इस फैसले की घोषणा की गई.
एसजीपीसी प्रमुख ने कहा कि शीर्ष गुरुद्वारा निकाय केंद्र के विवादास्पद कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसान समुदाय को कोई भी मदद देने के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है. प्रदर्शन के दौरान अब तक कुल सात किसानों की मौत अलग-अलग कारणों से हुई है और एक-एक लाख रुपये उनके परिजनों को दिए जाएंगे.
उन्होंने कहा कि एसजीपीसी विरोध में शामिल हुई महिलाओं के लिए अस्थायी शौचालय उपलब्ध कराएगी. एसजीपीसी के अधीन सभी ऐतिहासिक गुरुद्वारे सोमवार को किसानों की कुशलता के लिए प्रार्थना समारोह का आयोजन करेंगे.
आज सरकार के साथ पांचवें दौर की बैठक तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने आठ दिसम्बर को ‘भारत बंद’ का शुक्रवार को ऐलान किया. किसानों ने चेतावनी दी कि अगर सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो वे राष्ट्रीय राजधानी की तरफ जाने वाली और सड़कों को बंद कर देंगे. सरकार के साथ आज होने वाली पांचवें दौर की बातचीत से पहले किसानों ने अपना रूख और सख्त कर लिया है.
सूत्रों ने अनुसार सरकार ने गतिरोध खत्म करने के लिए उन प्रावधानों का संभावित हल तैयार कर लिया है जिन पर किसानों को ऐतराज है. किसान नेताओं में एक गुरनाम सिंह चडोनी ने कहा कि यदि केंद्र सरकार शनिवार की वार्ता के दौरान उनकी मांगों को स्वीकार नहीं करती है, तो वे नए कृषि कानूनों के खिलाफ अपने आंदोलन को तेज करेंगे.
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