Uttarakhand Waqf Board Chairman Shadab Shams: सोमवार (9 दिसंबर) को उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स की अगुवाई में मुस्लिम समुदाय के लोगों ने पीरान कलियार शरीफ में चादर चढ़ाकर बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे कथित अत्याचारों के खिलाफ दुआ की. इस दौरान शम्स ने कहा कि बांग्लादेश में लोग धार्मिक घृणा का सामना कर रहे हैं, मंदिरों को तोड़ा जा रहा है, बहनें और बेटियां असुरक्षित हैं और वहां लोकतंत्र की हत्या हो चुकी है.


शम्स ने आगे कहा कि बांग्लादेश में जो हो रहा है वह बेहद चिंताजनक है और इसे किसी भी सूरत में नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उन्होंने अपने बयान में कहा कि अल्पसंख्यकों पर हो रहे अत्याचारों ने बांग्लादेश में हालात को बिगाड़ दिया है जहां न सिर्फ धार्मिक असहमति बढ़ी है बल्कि समाज में असुरक्षा और हिंसा का माहौल भी बन चुका है. उन्होंने यह भी कहा कि वहां की स्थिति पर दुनिया को गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है.


कुरान की आयत के जरिए शम्स ने दी बांग्लादेश के शोषितों को उम्मीद


बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों पर शादाब शम्स ने कुरान की एक आयत का हवाला देते हुए कहा कि "इन्नल्लाह मा अस साबरीन" का मतलब है कि अल्लाह शोषितों के साथ है और अत्याचारियों के खिलाफ है. उन्होंने ये भी कहा कि जब शोषितों की दुआएं भगवान तक पहुंचती हैं तो वह अत्याचारियों को नष्ट कर देता है. इस प्रार्थना में मुस्लिम समुदाय ने बांग्लादेश में शांति और सुरक्षा की कामना की और शोषितों के लिए न्याय की उम्मीद जताई.


बांग्लादेश सरकार के लिए शम्स ने कही बड़ी बात


शम्स ने इस प्रार्थना के जरिए यह संदेश दिया कि मुस्लिम समुदाय बांग्लादेश में हो रहे अत्याचारों को लेकर एकजुट है और शोषितों के अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेगा. उनका मानना है कि इन प्रार्थनाओं का असर होगा और अल्लाह न्याय दिलाने में लोगों की मदद करेगा. शम्स ने इस अवसर पर यह भी कहा कि इस तरह की घटनाओं का विरोध हर हाल में किया जाना चाहिए और बांग्लादेश सरकार को अपनी जिम्मेदारियां निभानी चाहिए. 


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