यहां पहुंचकर उन्होंने कहा,'' हमलोग सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ हैं. ये संविधान के विरुद्ध है. हमलोग केंद्र की विभाजनकारी नीतियों के खिलाफ हैं. किसी को अधिकार नहीं है कि वह लोगों से नागरिकता का सबूत मांगे. मुझे यहां भाषण देने के लिए कहा गया लेकिन मैंने नहीं दिया क्योंकि मैं इसे राजनीतिक मंच नहीं बनाना चाहता.''
बता दें कि दिल्ली के शाहीन बाग में एक महीने से ज्यादा नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. सीएए और एनआरसी के खिलाफ कई बड़े राजनीतिक दल और नेता विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए हैं. अभी हाल ही में कांग्रेस के ही नेता शशि थरूर ने भी शाहीन बाग के प्रदर्शन में शामिल हुए थे.
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