नई दिल्ली: शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने आज गृह मंत्री अमित शाह से मिलने जाने की बात कही थी मगर आज ये मुलाकात नहीं हो सकी. असल में प्रदर्शनकारियों को गृह मंत्री से आज मिलने का कोई समय नहीं मिला.
गौरतलब है कि गृह मंत्री अमित शाह ने एक कार्यक्रम में कहा था कि शाहीन बाग के प्रदर्शनकारी अगर उनसे मिलना चाहते हैं तो अगले तीन दिनों के अंदर ही मिलने का समय देंगे. इसके बाद ही प्रदर्शनकारियों ने कहा था कि वो आज ही दोपहर दो बजे गृह मंत्री अमित शाह से उनके निवास पर जा कर मुलाकात करेंगे. इसके लिए प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के अधिकारियों को लिखित में आवेदन भी दिया था.
लेकिन अब तक गृह मंत्री से औपचारिक समय नहीं मिलने की वजह से आज पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल को गृह मंत्री के घर तक जाने की इजाजत नहीं दी. प्रदर्शनकारियों का इरादा गृह मंत्री के आवास तक मार्च करने का था मगर गृह मंत्री से समय नहीं की जानकारी मिलने पर प्रदर्शनकारियों ने तय किया कि प्रदर्शनों पर बैठी दादियां ही पहले मार्च करके पुलिस के अधिकारियों से जाकर मिलेंगी और अपनी मांग दोहराएंगी.
दादियों का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस के अधिकारियों से मिला और उन्हें ये आश्वस्त किया गया कि गृह मंत्री से मिलने के उनके आवेदन को सही प्रक्रिया के तहत संबंधित अधिकारियों तक पहुंचा दिया गया है और गृह मंत्री से मुलाकात को लेकर जो भी फैसला होगा वैसा किया जाएगा.
इलाके के एडिशनल डीसीपी ज्ञानेश कुमार ने एबीपी से खास बातचीत करते हुए इसकी जानकारी दी और साथ ही ये बताया कि प्रदर्शनकारियों के प्रतिनिधिमंडल को बता दिया गया है कि अगर मुलाकात का कोई समय दिया जाता है तो पुलिस उचित प्रबंध भी करेगी.
पुलिस अधिकारियों से आश्वासन मिलने के बाद दादियों का प्रतिनिधिमंडल वापस लौट गया और मार्च को भी वहीं समाप्त कर दिया गया. अब देखना दिलचस्प होगा कि गृह मंत्री अमित शाह इन प्रदर्शनकारियों को मिलने का वक्त देते हैं या नहीं. सीएए और एनआरसी के खिलाफ शाहीन बाग में दो महीनो से अधिक समय से प्रदर्शन चल रहे हैं. प्रदर्शन नोएडा आनी वाली सड़क पर हो रहे हैं और इसी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई है. शीर्ष अदालत कल इसपर फैसला दे सकती है.
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