लखनऊ: सोशल मीडिया को लेकर कई बार कई तरह की चर्चाएं होती हैं कि क्या सच है, क्या झूठ, किस पर यक़ीन किया जाए और किस पर नहीं, क्या फ़ारवर्ड किया जाए और किसको नहीं, यह तय करना बेहद मुश्किल होता है. ऐसे में अब यूपी सरकार ने सोशल मीडिया का जवाब सोशल मीडिया से देने का तरीक़ा निकाला है. यूपी सरकार ने 2 दिन पुराने उन्नाव कर उस वायरल वीडियो का जवाब दिया है, जिस वीडियो को देखकर कोई भी पुलिस के निर्दयी स्वभाव पर गुस्सा हो जाये. इस वीडियो को प्रियंका गांधी समेत कई लोगों ने ट्वीट कर यूपी सरकार पर सवाल उठाए थे.


दरअसल बीते कुछ समय से लगातार विपक्ष के बड़े नेता सोशल मीडिया के ज़रिए यूपी सरकार पर हमला बोल रहे थे. इसमें सबसे बड़ा नाम कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती का है.


उन्नाव में ज़मीन अधिग्रहण को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पुलिस ने लाठियां बरसाईं और आंदोलन उग्र होने पर आंसू गैस के गोले भी छोड़े गए. इसी दौरान एक किसान ज़मीन पर औंधे मुंह पड़ा दिखा, जिसको एक पुलिसकर्मी लाठी से पीटते नज़र आया.


वीडियो देखकर ऐसा लगा जैसे किसान अधमरा है या शायद उसकी मौत ही हो गई. जो वीडियो वायरल हुआ वो 21 सेकेंड्स का है. बीते 2 दिनों से लगातार पुलिस के रुख़ पर इस वीडियो के ज़रिए सवाल उठाए जा रहे थे.


आज यूपी सरकार के सूचना विभाग ने एक 23 सेकंड्स का वीडियो जारी किया. ये 21 सेकेंड के वीडियो वाली लोकेशन का ही है और इसमें पुलिस भी दिख रही है और वो कथित अधमरा किसान भी. लेकिन 23 सेकेंड के इस नए वीडियो में पीड़ित ज़मीन पर पड़ा दिख रहा है और पीछे बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी आंदोलनरत किसानों से जूझते नज़र आ रहे हैं.


तभी अचानक एक धमाके की आवाज़ आती है और आग का गोला दिखता है. एक धमाके के साथ ही ज़मीन पर पड़ा व्यक्ति तेज़ी से उठता है और सरपट मौके से भाग निकलता है. अब यूपी सरकार दावा कर रही है कि मौके पर असल किसान नहीं बल्कि योजनाबद्ध तरीक़े से लाये गए प्रदर्शनकारी मौजूद थे. सरकार ये भी बताने की कोशिश कर रही है कि उन्नाव में जो भी कुछ हुआ वो दरअसल किसान आंदोलन नहीं बल्कि राजनैतिक साजिश थी.


इस 23 सेकेंड के नए वीडियो को सोशल मीडिया में लाने वाले सूचना विभाग के सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि प्रियंका गांधी और अखिलेश यादव बड़े घर में पैदा होकर राजनीति कर रहे हैं. ज़मीन पर ये लोग जाते नहीं और जो सोशल मीडिया में दिखता है, उसको ट्वीट कर राजनीति कर रहे हैं. जबकि सच्चाई इन नेताओं को पता नहीं है. ऐसे नेताओं को सच दिखाने के लिए ही पूरा वीडियो जारी किया गया है ताक़ि आधा अधूरा वीडियो देखकर लोग गलत जानकारी ना रखें.





ऐसे में ये बहुत रोचक हो चला है कि सोशल मीडिया के ज़माने में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने के साथ साथ अब राजनैतिक जंग सोशल मीडिया में ही लड़ी जा रही है. अबतक कटाक्ष और सवाल जवाब की सोशल मीडिया की लड़ाई देखी जाती थी लेकिन अब वीडियो के बदले वीडियो की जंग भी शुरू हो गई है. देखना होगा कि सोशल मीडिया की यह जंग अभी और कितना उग्र होकर सामने आती है.