चंडीगढ़ में बुधवार (19 मार्च, 2025) को केंद्रीय प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक के बाद लौट रहे सरवन सिंह पंधेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल सहित कई किसान नेताओं को मोहाली में हिरासत में ले लिया गया. इसी दौरान पंजाब पुलिस की ओर से शंभू और खनौरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसानों को हटाना शुरू कर दिया. पुलिस ने मंच और टेंट उखाड़कर धरना कर रहे किसानों को हटाया. किसानों के धरना प्रदर्शन के चलते बॉर्डर पिछले एक साल से बंद था.


किसान नेताओं को हिरासत में लिया गया
पुलिस ने कई किसान नेताओं को हिरासत में लिया, जिनमें सरवन सिंह पंढेर और जगजीत सिंह डल्लेवाल भी शामिल हैं. किसान नेता गुरमनीत सिंह मंगत ने कहा, 'अभिमन्यु कोहर, काका सिंह कोटरा और मनजीत सिंह राय को भी हिरासत में लिया गया है.


प्रदर्शन स्थल पर भारी पुलिस तैनात
शंभू बॉर्डर और खनौरी बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है. प्रदर्शन स्थल पर एंबुलेंस, बसें, फायर ब्रिगेड की गाड़ियों की तैनाती की गई है. पटियाला रेंज के डीआईजी मनदीप सिंह संधू के नेतृत्व में करीब 3,000 पुलिस जवानों की तैनाती की गई है.


पंजाब के वित्त मंत्री ने कार्रवाई का किया बचाव
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने पुलिस कार्रवाई को सही ठहराया है. उन्होंने कहा, 'बॉर्डर ब्लॉक होने के चलते राज्य की अर्थव्यवस्था को काफी नुकसान हो रहा था. दोनों हाईवे पंजाब की लाइफ लाइन हैं, जिनके बंद होने के चलते इंडस्ट्री और बिजनेस को काफी नुकसान पहुंचा'. उन्होंने आगे कहा, 'किसानों को दिल्ली जाकर प्रदर्शन करना चाहिए'.


पंजाब सरकार पर धोखा देने का आरोप
पुलिस कार्रवाई का विरोध करते हुए किसानों ने पंजाब की आप सरकार पर धोखा देने का आरोप लगाया है. किसानों का कहना है कि पंजाब सरकार ने उन्हें भ्रमित किया है. सरकार ने बातचीत का वायदा कर भूख हड़ताल खत्म करने को कहा. किसानों ने आप सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.


कांग्रेस और अकाली दल ने लगाए आरोप
कांग्रेस सांसद अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने केंद्र और पंजाब सरकार पर किसानों के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'किसानों को बातचीत का आश्वासन दिया गया लेकिन बातचीत के बाद पंजाब पुलिस ने किसानों को हिरासत में ले लिया'. शिअद सांसद हरसिमरत कौर बादल ने मुख्यमंत्री भगवंत मान पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने दावा करते हुए कहा, 'भगवंत मान अपना दिमागी संतुलन खो चुके हैं. चुनाव के दौरान उन्होंने वायदा किया था कि किसानों की सभी मांगें पूरी की जाएगी, लेकिन अब वो किसानों को धोखा दे रहे हैं'.


पंजाब सरकार की मंशा पर शिअद नेताओं ने उठाए सवाल
शिरोमणि अकाली दल के नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा, 'किसानों को इस तरह हिरासत में लेना अलोकतांत्रिक और गैर कानूनी है. उन्होंने इस मामले पर भगवंत मान से जवाब देने को कहा है. दलजीत सिंह चीमा ने कहा, 'केंद्रीय कृषि मंत्री ने खुद कहा है कि 4 मई को अगली बैठक होगी तो ऐसे में मीटिंग के तुरंत बाद किसानों को क्यों हिरासत में लिया गया. 






पटियाला के एसएसपी ने क्या कहा
पटियाला के एसएसपी नानक सिंह ने कहा, 'पुलिस कार्रवाई शांतिपूर्ण तरीके से की गई है. शंभू बॉर्डर पर किसान लंबे समय से प्रदर्शन कर रहे थे. आज ड्यूटी मजिस्ट्रेट की निगरानी में पुलिस ने एरिया को खाली कराया है. जिन लोगों ने घर जाने की इच्छा जताई उन्हें बस में बिठाकर भेज दिया गया है. पुलिस ने किसानों पर कोई जोर जबरदस्ती नहीं की है, क्योंकि सामने से भी किसी तरह का कोई विरोध नहीं हुआ'.


4 मई को होगी अगली बैठक
किसानों की मांगों को लेकर अब अगली बैठक चार मई को होगी. न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने बताया, 'बैठक में सकारात्मक चर्चा हुई. जिसमें सरकार ने अपना रुख पेश किया, जबकि हमने किसानों की चिंताओं को सामने रखा'. 


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