नई दिल्ली: यूपी चुनावों में श्मशान और कब्रिस्तान का मुद्दा चुनावों में खूब गरमाया था. अब योगी सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री लक्ष्मी नारायण ने कहा है कि श्मशान हर शहर में बनेंगे और बराबरी से काम होगा.
लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा, ''हमारी सरकार का नारा है सबका साथ-सबका विकास, हमारा लिए ना कोई अपना है और ना कोई पराया, सब अपने हैं. इसिलए सबका विकास होगा.''
चुनाव प्रचार में पीएम मोदी से लेकर अमित शाह ने अखिलेश सरकार पर ये कहते हुए हमला बोला था कि सरकार ने कब्रिस्तान बनवाने के लिए तो खूब मदद दी लेकिन श्मशान के लिए बहुत कम रकम दी.
बीजेपी ने हिंदुओं के साथ की गई इस नाइंसाफी को खत्म करने का वादा किया था. बीजेपी के दावे की पड़ताल के लिए हमने यूपी सरकार के 2016 के बजट के ऐलान को देखा तो पाया कि कब्रिस्तान और श्मशान स्थल दोनों के लिए पैसे आवंटित किए गए.
अल्पसंख्यकों की भलाई वाले मद के तहत कब्रिस्तानों की चारदीवारी के निर्माण के लिए धनराशि 200 करोड़ से बढ़ाकर 400 करोड़ रुपये की थी. जबकि श्मशान स्थलों के लिए 127 करोड़ रूपये का आवंटन किया गया था.
बीजेपी सबका साथ सबका विकास का नारा लेकर सत्ता में आई है और अगर वो दोनों समुदायों के अंतिम संस्कार स्थलों के विकास के लिए काम करती है तो पहले की सरकारों के लिए ही नहीं आने वाली सरकारों के लिए भी ये एक नज़ीर होगी.