अहमदाबाद: गुजरात में चुनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है. बीजेपी जहां नरेंद्र मोदी के गुजरात छोड़ने के बाद पहली बार मैदान में है तो कांग्रेस 22 साल का वनवास खत्म करने की कोशिश में है. राहुल गांधी गुजरात गुजरात चुनाव में जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं तो वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने भी प्रचार की कमान अब अपने हाथ ले ली है. इन सब के बीच इस बार गुजरात चुनाव में कुछ नए और अहम चेहरे भी जुड़े हैं. चुनावी उठा पटक के बीच गुजरात की जनता के मन में कई उठ रहे हैं. जनता के इन्हीं सवालों के जवाब जानने के लिए एबीपी न्यूज़ गुजरात शिखर सम्मेलन लेकर आया. इसमें नेता जनता के सवालों के जवाब तो देंगे ही साथ ही अपनी रणनीति भी बताएंगे.
शिखर सम्मेलन में क्या बोले शंकर सिंह वाघेला ?
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- राहुल गांधी सॉफ्ट हिंदुत्व की बात कर रहे हैं, उन्हें समझना चाहिए कि अगर वोटर को हिंदुत्व को ही जिताना होगा तो बीजेपी वाले हिंदुत्व को जिताएगा. अगर किसी को मंदिर जाना है तो लगातार जाए सिर्फ चुनाव के समय क्यों जाना?
- जीएसटी पर शंकर सिंह वाघेला ने कहा- कोई भी कानून लोगों की भलाई के लिए होना चाहिए. जीएसटी को एक साल के लिए स्थगित कर देना चाहिए. जीएसटी में सिर्फ 18% टैक्स होना चाहिए. लोग मरें इससे अच्छा है कि लोग खुश रहें. लोगों को पार्टियों के घोषणापत्र पर भरोसा नहीं करना चाहिए, अपना भविष्य देखना चाहिए.
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- कांग्रेस को सोचना चाहिए कि हर बार इतना क्यों झुक जाती है. अगर एक दो सीट जाती हैं तो जाएं पार्टी को 'लार्जर इंट्रेस्ट' देखना चाहिए.
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- अगर कांग्रेस को हार्दिक, जिग्नेश और अल्पेश को चुनाव लड़ाना था तो एक महीने पहले करना चाहिए था. राहुल गांधी अच्छे आदमी हैं लेकिन स्थानीय नेता जो रिपोर्ट देते हैं उसी हिसाब से काम करते हैं. आखिरी समय में कांग्रेस को टिकट का खेल नहीं खेलना चाहिए था. नोटबंदी और जीएसटी के बाद बीजेपी का ग्राफ डाउन था लेकिन कांग्रेस ने ही उसका ग्राफ ऊपर उठा दिया.
- सीडी कांड पर शंकर सिंह वाघेला ने कहा- व्यक्तिगत रूप से किसी के चरित्र हरण नहीं करना चाहिए. लेकिन सार्वजनिक जीवन जीने वालों को ये बात याद रखनी चाहिए कि हर 'तीसरी आंख' मौजूद है. आप अपने बेडरूम में भी सुरक्षित नहीं हैं.
- प्रधानमंत्री की रैलियों पर शंकरसिंह वाघेला ने कहा- प्रधानमंत्री जो रैलियों में रो रहे हैं ये सिर्फ मार्केटिंग है. कांग्रेस और बीजेपी दोनों एक दूसरे को चोर कह रहे हैं.
- शंकरसिंह वाघेला ने कहा- कोई भी सरकार बने मेरा कोई रोल नहीं होगा, जो तय करना है वो जनता को ही तय करना पड़ेगा. कांग्रेस और बीजेपी चुनाव लड़ाने के लिए जो पैसा खर्च कर रहे हैं, वे बाद में कहां से लाएंगे. हमने जिन्हें भी टिकट दिया उन्हें एक पैसा नहीं दिया.
- शंकरसिंह वाघेला ने कहा- सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि 50% से ज्यादा आरक्षण नहीं दिया जा सकता है. इसके लिए कानून बनाना पड़ेगा, सुप्रीम कोर्ट नहीं मानेगा. कांग्रेस और हार्दिक पटेल दोनों आरक्षण के नाम पर मूर्ख बना रहे हैं.
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- गुजरात में इतने साल से बीजेपी की सत्ता ध्रुवीकरण की वजह से है, ये विकास की वजह से नहीं है.
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- मोदी में गले मिलने की आदत अभी भी है ये अच्छी बात है लेकिन गले लगने का बाद राजनीतिक स्वार्थ नहीं करना चाहिए. राहुल गांधी में कोई कमी नहीं है, वो पार्टी के अध्यक्ष भी बनेंगे.
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- मेरा मोर्चा एक प्रोसेस है, मैंने सिर्फ विकल्प दिया है. यहां लोगों के पास विकल्प नहीं था. केजरीवाल ने दिल्ली में विकल्प दिया है.
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- हार्दिक, जिग्नेश और अल्पेश की भूमिका खत्म हो चुकी है. ये दूध में चीनी तरह गायब हो जाएंगे.
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- कांग्रेस खुद बीजेपी को जिताने का काम कर रही है, एक सीट पर तीन तीन लोगों से नॉमिनेशन फाइल करने के लिए कहना, बीजेपी को जिताने की कोशिश है.
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- गुजरात में के खून में विकास है, गुजरात में विकास होना कोई खबर नहीं यह प्रकिया है. इसका क्रेडिट लेने की जरूरत किसी को नहीं है. उन्होंने विकास को एक आदमी के नाम के साथ जोड़ कर मजाक बना दिया है.
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- दोनों पार्टियां के कार्यकर्ता नाराज हैं. एक पार्टी अपने कार्यकर्ताओं से बचने के लिए ऑफिस का बीमा करवा रही है तो दूसरी पार्टी बीएसएफ का सहारा ले रही है.
- शंकर सिंह वाघेला ने कहा- गुजरात में चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी दोनों पार्टी मार्केटिंग कर रही हैं. इसी मार्केटिंग के हिसाब से वोटिंग भी हो रही है. वोटर वोट देने के बाद अपनी जिम्मेदारी पूरी समझता है. वोटर को नेता से घोषणापत्र को लेकर सवाल पूछना चाहिए.
कौन कौन है गुजरात शिखर सम्मेलन का मेहमान?
शिखर सम्मेलन में विजय रूपाणी, हार्दिक पटेल, अल्पेश ठाकोर, शंकर सिंह वाघेला, आनंद शर्मा, प्रफुल्ल पटेल, अनिल बलूनी, रणदीप सुरजेवाला, संबित पात्रा, प्रियंका चतुर्वेदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, अमित शाह और रविशंकर प्रसाद जनता से सीधा संवाद करेंगे.