शंकर सिंह वाघेला ने की मांग, नौकरी में इन्हें मिले 25% आरक्षण
शंकर सिंह वाघेला ने गुरुवार को कहा, ‘‘मेरा मानना है कि नॉन रिजर्व्ड कैटेगरी को 25 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए. यह गलत धारणा है कि राज्य 49.5 प्रतिशत से अधिक आरक्षण नहीं दे सकता
अहमदाबाद: नए राजनीतिक मोर्चे ‘जन विकल्प’ का नेतृत्व कर रहे कांग्रेस के पूर्व नेता शंकर सिंह वाघेला ने गुजरात में नॉन रिजर्व्ड कैटेगरी (अनारक्षित वर्ग) के लिए नौकरियों और शिक्षा में 25 प्रतिशत आरक्षण की मांग की. गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि सुप्रीम कोर्ट की तरफ से आरक्षण 49.5 प्रतिशत सीमित करने के बावजूद राज्य सरकार कानून लागू करके 25 प्रतिशत अतिरिक्त आरक्षण लागू कर सकती है.
वाघेला ने गुरुवार को कहा, ‘‘मेरा मानना है कि नॉन रिजर्व्ड कैटेगरी को 25 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए. यह गलत धारणा है कि राज्य 49.5 प्रतिशत से अधिक आरक्षण नहीं दे सकता. तमिलनाडु में पहले से ही करीब 69 प्रतिशत आरक्षण है. गुजरात सरकार को भी 25 प्रतिशत अतिरिक्त आरक्षण देने के लिए कानून लागू करना चाहिए.’’
पूर्व कांग्रेस नेता ने यह बयान ऐसे समय दिया जब कुछ दिन पहले बीजेपी सरकार ने यहां आंदोलनकारी पाटीदार समुदाय के नेताओं के साथ बैठक के बाद नॉन रिजर्व्ड कैटेगरी के कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं की घोषणा की थी. इस कदम को आगामी विधानसभा चुनावों से पहले निर्णायक वोटबैंक हथियाने के बीजेपी के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.
सरकार की ओर से पटेलों को ओबीसी वर्ग में शामिल करने की मुख्य मांग पूरी नहीं किए जाने पर आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल ने आंदोलन जारी रखने की बात कही है. वाघेला ने दावा किया कि राज्य के ज्यादातर भागों में अंदर ही अंदर बीजेपी और कांग्रस दोनों के विरोधी भावनाएं हैं.