उत्तराखंड जोशीमठ स्थित ज्योतिर्मठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने महाराष्ट्र चुनाव से पहले बड़ा बयान दिया है. उन्होंने लोगों से अपील की है कि जो गाय के लिए खड़ा है, उसी को वोट देना. उन्होंने कहा कि वह गौहत्या के सख्त खिलाफ हैं और वह जो भी गाय के लिए खड़ा दिखाई देगा वह उसका साथ देंगे. 


महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर सवाल किया गया, जिस पर शंकराचार्य ने कहा, 'मुंबई में गौ प्रतिष्ठा के लिए एक कार्यक्रम में हमने कह दिया कि जो गाय के लिए खड़ा है, वही हमारा है. उसी को वोट देना. कह दिया हमने. हमको कोई संकोच नहीं. जो गौ हत्यारे हैं, उनको हम कसाई कह रहे हैं बिना हिचके और जो गाय के लिए खड़े दिखाई दे रहे हैं, उनको हम भाई कह रहे हैं. बिना हिचके. पार्टी नहीं देख रहे हैं, हम देख रहे हैं कि कौन गाय के लिए खड़ा है.'


इस दौरान उन्होंने बिना किसी का नाम लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'बात ये है कि हिंदू तो भरोसा करता है. हमको जब लोगों ने कहा कि हम गौ भक्त हैं और हम गौ माता के लिए काम करेंगे अगर आपने इनको चुना. हमने भरोसा करके पद प्रतिष्ठित किया तीन बार, लेकिन जब हमारा माता का जो काम था वो नहीं हुआ, बल्कि गौ हत्या में बढ़ोतरी हो गई और गौमांस के निर्यात में बढ़ोतरी हो गई. हालत ये हो गई कि भारत जैसा देश जो गाय का पूजक देश माना जाता है, उस देश से गौ मांस का निर्यात इस पैमाने पर होने लगा. ऐसी स्थिति में इस पर विचार करना पड़ेगा कि किस पर भरोसा किया जाए.'


शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने आगे कहा कि हमने ये संकल्प लिया कि जो शपथ से पहले गाय के लिए उद्घोषणा करेगा, उसी को हम वोट दें. अगर वह शपथ से पहले की गई उद्घोषणा को तोड़ दे तो तब हम गौहत्या के बोझ से मुक्त रहेंगे क्योंकि अभी तो हमारे समर्थन वाली पार्टी जीत जाती है तो हम भी उसके भागीदार बन जाते हैं. 


उन्होंने यह भी कहा, 'भाजपा विरोधी होना कोई दोष है? भाजपा विरोधी तो कांग्रेस है. कांग्रेस के नेता को आपने मंत्री का दर्जा दिया है, नेता प्रतिपक्ष बनाया है, संसद में बैठकर. वो जब खड़े होते हैं तो उनको समय देते हैं कि बोलिए. कांग्रेसी होना गुनाह है, भाजपाई होना गुनाह है, भाजपा विरोधी होना गुनाह है? कितनी पार्टियां हैं भाजपा के अलावा जो INDIA गठबंधन में हो गईं. सब पार्टियां तो भाजपा का विरोध करती हैं तो भाजपा का विरोध  करना कोई दुर्गुण थोड़े ही है. अरे जो गड़बड़ी है उसको कोई भी बोल देगा. भारत के लोकतंत्र ने अधिकार दिया है.' 


उन्होंने कहा कि अगर कुछ गलत आपको लगता है तो आप बोल सकते हैं. इसके लिए भाजपा विरोधी कह देने से क्या होगा. मान लो हम हैं भाजपा विरोधी. शंकराचार्य ने कहा कि भाजपा का कोई काम अगर गलत है और उसका हम विरोध कर रहे हैं तो क्या गलत है. प्रधानमंत्री का भी हम पूरा विरोध नहीं कर रहे हैं.  उनके जो काम अच्छे हैं उनकी हम प्रशंसा करते हैं. हमने कांग्रेस के खिलाफ भी आंदोलन किया था गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित करने के लिए.


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