NCP Political Crisis: एनसीपी में टूट के बाद फिर एक मंच पर चाचा शरद पवार के साथ नजर आए अजित, मुलाकात की क्या थी वजह?
NCP Political Crisis: एनसीपी के दो फाड़ होने के बाद शरद पवार और अजित पवार दोनों नेता पहली बार एक मंच पर नजर आए. पुणे के दौंड में एक स्कूल के नामकरण समारोह में परिवार के दूसरे सदस्य भी पहुंचे थे.
Sharad Pawar vs Ajit Pawar: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के दो फाड़ होने के बाद चाचा शरद पवार और भतीजे अजित पवार (Ajit Pawar) लंबे समय बाद एक मंच पर नजर आए. पुणे के दौंड में महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के पिता के नाम पर स्कूल के उद्घाटन कार्यक्रम में एनसीपी नेता शरद पवार (Sharad Pawar) पहुंचे थे. इस अवसर पर शरद ने अपने भाई अनंत राव पवार और परिवार से जुड़ी कई बातों को जिक्र किया.
अजित पवार ने कहा, ''जब यहां पर विद्या संस्थान शुरू किया गया था तो सूखा पड़ा था. साहेब की इच्छा थी कि यहां एक संस्थान बने. कृषि और शिक्षा के लिए संस्थान स्थापित किये गये. इसके समर्थन में कई लोग साथ आए. कई शैक्षणिक हॉल जनता के लिए खोले गए. इस स्कूल के लिए संस्था अब तक 25 करोड़ रुपये खर्च कर चुकी है.''
उन्होंने अपने पिता की इच्छा बताते हुए कहा कि गरीबों के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले, ऐसा वो चाहते थे. विद्या प्रतिष्ठान के नये भवन 'अनंतराव पवार इंग्लिश मीडियम स्कूल' के उद्घाटन एवं नामकरण समारोह की तारीख 22 अक्टूबर तय की गई.
'पिता के नाम की तरह ही मिलनी चाहिए शिक्षा'
डिप्टी सीएम अजित ने बताया, ''जब मैं कोल्हापुर में पढ़ रहा था, तब मेरे 45 वर्षीय पिता का निधन हो गया था. अब जब मैंने यह उद्घाटन का माहौल देखा तो उस वक्त की सभी यादें एकाएक ताजा हो गईं. उन्होंने स्कूल स्टॉफ से आग्रह किया कि उनके पिता (अनंतराव पवार) के नाम के लायक शिक्षा मिलनी चाहिए, नहीं तो मुझे दु:ख होगा.''
'इस स्कूल से पढ़कर निकले छात्र आज देश के वैज्ञानिक'
एनसीपी के एक गुट के मुखिया शरद पवार ने कहा, 'एक अच्छी बिल्डिंग के उद्घाटन के मौके पर आज पूरा परिवार साथ है. ठाणे के प्राचार्य की सलाह से इस विद्यालय का निर्माण किया गया है. इस स्कूल से पढ़कर निकले छात्र आज देश के वैज्ञानिक हैं. साल 1972 में इस संस्था को वापस ले लिया गया था. कई छात्रों ने पढ़ाई छोड़ दी थी. उस समय मेरे भाई तात्यासाहब (अनंत राव) इसे देखा करते थे.'
'अनंतराव पवार ने हम सब के बारे में हरदम ज्यादा सोचा'
शरद पवार ने पारिवारिक किस्से को जिक्र करते हुए कहा, 'जिस दिन अनंतराव की मृत्यु हुई थी, उसी दिन सुप्रिया ने एक बेटे को जन्म दिया था. विजय का जन्म और अनंतराव की मृत्यु एक है. विजय को देखकर ऐसा लगता है कि ये अनंत राव यानी तात्या साहब हैं. अनंतराव पवार ने अपने बारे में कम, हम सब के बारे में हरदम ज्यादा सोचा था.'
यह भी पढ़ें: Maharashtra: शरद पवार की बैठक में क्यों हुआ नवतीन राणा का जिक्र, पार्टी कार्यकर्ताओं ने NCP चीफ से क्या कहा?