नई दिल्ली:  उत्तर प्रदेश में हाथरस कांड पीड़िता के परिजन से मुलाकात करने जा रहे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को यूपी पुलिस ने रास्ते में ही रोककर हिरासत में ले लिया. यूपी पुलिस की इस कार्रवाई की एनसीपी प्रमुख शरद पवार और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने आलोचना की है.


शरद पवार ने ट्वीट किया, "कांग्रेस नेता श्री राहुल गांधी के प्रति यूपी पुलिस का लापरवाह व्यवहार अत्यंत निंदनीय है. उन्होंने ट्वीट किया, "राहुल गांधी के प्रति उत्तर प्रदेश पुलिस का लापरवाह रवैया बहुत निंदनीय है. यह उन लोगों के लिए निंदनीय है जिनकी जिम्मेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों को बनाए रखते हुए कानून व्यवस्था को बिगड़ने नहीं देना है."


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वहीं बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने ट्वीट किया, " दमनकारी शासन द्वारा सत्ता के अंधाधुंध दुरुपयोग का विरोध करना विपक्षी दलों का कर्तव्य और लोकतांत्रिक अधिकार है. लोगों की आवाज और इच्छा को चुप या दबाया नहीं जा सकता है. हम राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा जी की गिरफ्तारी की निंदा करते हैं."






बता दें कि उत्तर प्रदेश में हाथरस कांड पीड़िता के परिजन से मुलाकात करने के लिए करीब एक बजे राहुल गांधी अपने आवास से निकले. इस दौरान कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद रहीं. उन्हें नोएडा में डीएनडी पर रोकने की कोशिश की गई. काफिले को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने रोक लिया. जिसके बाद वे पैदल ही हाथरस के लिये निकल गये. आगे कुछ दूर चलने के बाद यूपी पुलिस ने फिर उन्हें रोकने की कोशिश की. इस दौरान पुलिस ने धक्कामुक्की की. राहुल नीचे गिर गए.


इस दौरान राहुल गांधी की यूपी पुलिस के साथ बहस भी हुई. राहुल गांधी ने पूछा, ''किस धारा में मुझे गिरफ्तार किया जा रहा है. अकेला जाना धारा 144 का उल्लंघन कैसे है.'' राहुल गांधी की इस दलील पर मौजूद पुलिस अधिकारी ने कहा कि धारा 188 के तहत कार्रवाई की जा रही है.  राहुल गांधी, के साथ ही  यूपी पुलिस ने प्रियंका गांधी, अधीर रंजन चौधरी, के.सी. वेणुगोपाल और रणदीप सुरजेवाला को भी हिरासत में लिया.


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