Sharad Pawar Resigns 10 Big Things: महाराष्ट्र विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भतीजे अजित पवार के बीजेपी की ओर झुकाव की अटकलों के बीच मंगलवार (2 मई) को एनसीपी के संस्थापकों में से एक शरद पवार ने पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की घोषणा कर दी. इससे सूबे की राजनीति में तेज हलचल पैदा हो गई. 82 वर्षीय शरद पवार को एनसीपी अध्यक्ष के पद पर बने रहने के लिए पार्टी के कुछ नेताओं की ओर से मनाने का प्रयास किया जा रहा है. शरद पवार ने मराठी भाषा में अपनी आत्मकथा ‘लोक माझे सांगाती’ के विमोचन के दौरान इस्तीफा देने की घोषणा की. घटनाक्रम से संबंधित 10 बड़ी बातें-
- शरद पवार ने कहा, ''मैंने आज एनसीपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से रिटायर होने का फैसला किया है.'' 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एक साथ लाने की कोशिशों में अहम भूमिका निभाने वाले शरद पवार ने कहा, ''1 मई 1960 से 1 मई 2023 तक के लंबे सार्वजनिक जीवन के बाद एक कदम पीछे हटना जरूरी है.''
- शरद पवार ने कहा कि यह नई पीढ़ी के लिए समय है कि वो पार्टी का मार्गदर्शन करे. उन्होंने कहा कि एनसीपी सदस्यों की एक समिति पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव पर फैसला ले. उन्होंने कहा, ''मैं सार्वजनिक जीवन से रिटायर नहीं हो रहा हूं. मेरी ओर से कोई अलगाव या सार्वजनिक रिटायरमेंट नहीं होगा. मैं आपके साथ था, हूं और मेरी आखिरी सांस तक हमेशा रहूंगा.''
- वहीं, अजित पवार ने इस्तीफे के एलान के बाद उनके घर पर मुलाकात की और बताया, ''शरद पवार ने कहा है कि मुझे 2-3 दिन और चाहिए विचार करने के लिए. महाराष्ट्र में कई पदाधिकारियों ने इस्तीफा दिया, वो तुरंत रोक दें.'' अजित ने कहा कि शरद पवार ने लोगों की भावनाओं को गंभीरता से लिया है. वह उनकी बातों पर विचार करेंगे और कुछ समय में अपना फैसला सुनाएंगे. अजित ने कहा, ''साहेब ने यह फैसला एक दिन में तो लिया नहीं होगा, लेकिन उन्होंने समय की मांग की है, उन्हें देना चाहिए.'' अजित पवार ने कहा कि उन्होंने मुझसे कहा कि सुप्रिया सुले (शरद पवार की बेटी और सांसद) के साथ बात करो और मेरा मैसेज सभी कार्यकर्ताओं को दो.
- इससे पहले एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा था, ''पवार साहब ने कुछ दिन पहले बदलाव की बात कही थी. हमें उनके फैसले को उनकी उम्र और सेहत की नजर से देखना चाहिए. समय के अनुसार सबको फैसला लेना है. पवार साहब ने फैसला लिया है और वह इसे वापस नहीं लेंगे. पवार साहब हमेशा एनसीपी परिवार के मुखिया रहेंगे. जो भी नया (पार्टी) अध्यक्ष होगा वह पवार साहब के मार्गदर्शन में ही काम करेगा.'' अजित पवार ने कहा कि उनके चाचा ने 1 मई को अपने इस्तीफे की घोषणा की योजना बनाई थी लेकिन महाविकास अघाड़ी की रैली के कारण इसे टाल दिया था.
- एनसीपी सांसद प्रफुल पटेल ने कहा, ''पार्टी में बिल्कुल बात नहीं हुई थी. स्टेज पर जब ये सारी घटना चल रही थी तभी मैंने उनको पूछा. मैंने कहा कि आपने हमसे बात भी नहीं की. तो उन्होंने कहा कि मैंने अगर बात की होती तो क्या आप लोग 'हां' बोलते मुझे. खैर बात जो भी हो, हम लोग बहुत परेशान-दुखी हैं. कुछ मिनटों तक तो हमको समझ में नहीं आया कि अब इसका रिएक्शन क्या देना है... एक बात निश्चित है कि सब प्रमुख लोग उनके पास जाएंगे और उनको समझाने की कोशिश करेंगे.'' उन्होंने कहा, ''अजित पवार और पार्टी का कोई अलग फैसला नहीं है. हम कोशिश करने जा रहे हैं. उसके बाद बताएंगे.''
- महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ''पवार साहब का फैसला एनसीपी का आंतरिक मामला है. यह उनका निजी फैसला है. वह एक वरिष्ठ नेता हैं और उन्होंने कुछ फैसला किया है. उनकी पार्टी के अंदर कई मुद्दों पर मंथन चल रहा है. इसलिए इस पर प्रतिक्रिया देना हमारे लिए ठीक नहीं होगा. हम स्थिति पर नजर रखेंगे और एक-दो दिन बाद प्रतिक्रिया देंगे.''
- एनसीपी नेता अनिल भाईदास पाटिल ने कहा, ''पवार साहब ने आज उनका प्रस्ताव सब कार्यकर्ताओं के सामने रखा है. महाराष्ट्र के और देश के कार्यकर्ता इसके साथ सहमत नहीं हैं. इस फैसले को किसी भी हालत में चेंज करना जरूरी रहेगा. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी शरद पवार... ये नाम एक साथ में जुड़ा हुआ है. हम सभी कार्यकर्ताओं ने ये फैसला लिया है कि पवार साहब जब तक राजी नहीं होते तब तक हम उनका मन परिवर्तन का काम करने वाले हैं. उन्होंने उनके दृष्टिकोण से देखा, उम्र के हिसाब से उन्होंने यह फैसला लिया है लेकिन शरद पवार साहब जब तक इस दुनिया में हैं तब तक के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहेंगे. ये हमारा फैसला है.''
- एनसीपी नेता तारिक अनवर ने कहा, ''पिछले लगभग 25 वर्षों से जब से एनसीपी की स्थापना हुई तब से वो लगातार राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. महाराष्ट्र की राजनीति में उनका एक प्रकार से वर्चस्व है, उनकी भूमिका है. सारी चीजों का खुलासा तो वहीं (शरद पवार) कर सकते हैं क्योंकि जो कुछ बीता है, उनके सामने है. शरद पवार कोई फैसला लेते हैं तो सोच-समझकर उनका फैसला होता है. जहां तक उनके परिवार के अंदर किसी तरह के अंतर्विरोध का सवाल है, ये चीजें खुलकर अभी सामने नहीं आईं. उनके जो भतीजे हैं, एनसीपी में नंबर 2 हैं अजित पवार, उन्होंने कहा है कि हम लोग आपस में बातचीत करके सर्वसम्मति से आगे राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी को लेकर तय करेंगे. उसमें कोई विवाद नहीं है.''
- एनसीपी के महाराष्ट्र अध्यक्ष जयंत पाटिल शरद पवार के पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की घोषणा के बाद बेहद भावुक हो गए और उन्होंने आंसू पोंछकर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
- बीजेपी नेताओं की ओर से अजित पवार को पाले बदलने का सुझाव देने की अटकलें सामने आई हैं. हालांकि, सरकार में बीजेपी के सहयोगी और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने साफ कर दिया है वह इसका विरोध करते हैं. शिदे गुट ने कहा है कि अगर अजित पवार अपने समर्थकों के साथ बीजेपी से हाथ मिलाते हैं तो वह महाराष्ट्र सरकार का हिस्सा नहीं होंगे.
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