मुंबई: एनसीपी प्रमुख शरद पवार की तरफ से अपने पोते पार्थ पवार को सार्वजनिक रूप से ‘अपरिपक्व’ कहे जाने के दो दिन बाद पार्टी के दो नेताओं ने शुक्रवार को पार्टी प्रमुख से भेंट की. दोनों नेता उपमुख्यमंत्री और पवार के भतीजे और पार्थ के पिता अजित पवार के करीबी माने जाते हैं.
गौरतलब है कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मौत के मामले की जांच सीबीआई से कराने की पार्थ की मांग को लेकर शरद पवार ने कहा था कि वे इस मांग को थोड़ा भी महत्व नहीं देते हैं.
महाराष्ट्र के सामाजिक न्याय मंत्री धनंजय मुंडे और रायगढ़ से एनसीपी सांसद सुनील तटकरे ने यशवंतराव चव्हाण केन्द्र में शरद पवार से मुलाकात की. पार्टी प्रमुख से मिलने के बाद दोनों नेताओं ने कहा कि कोई नाखुश नहीं है. एनसीपी सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले और तटकरे की बेटी और राज्य सरकार में मंत्री अदिति भी बैठक में मौजूद थीं.
एनसीपी प्रमुख ने बुधवार को कहा था कि वह सीबीआई जांच की अपने पोते की मांग को ‘‘कोई महत्व नहीं देते हैं.’’ पवार ने पार्थ को ‘‘अपरिपक्व’’ भी बताया था. इस घटना के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक हलके में अटकलें लगायी जा रही थीं कि पवार परिवार में सब कुछ ठीक नहीं है. पार्थ पर शरद पवार की टिप्पणी को लेकर क्या अजित पवार नाराज हैं, यह पूछने पर तटकरे और मुंडे दोनों ने ‘ना’ में जवाब दिया.
तटकरे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘कोई नाराज नहीं है. अजित दादा अपने काम में व्यस्त हैं. वह फिलहाल पुणे में कोविड-19 के संबंध में बैठकें कर रहे हैं.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सभी अपने काम में व्यस्त हैं.... ऐसा कुछ नहीं हुआ है.’’
मुंडे ने कहा कि उन्होंने अपने विभाग के संबंध में शरद पवार से चर्चा की. पार्टी प्रमुख की टिप्पणी पर अजित पवार नाराज है, ऐसा सवाल करने पर उन्होंने कहा, ‘‘कोई नाखुश नहीं है.’’