मुंबई: आज जब शिवसेना, कांग्रेस और सहयोगी दलों के विधायकों को शरद पवार संबोधित कर रहे थे तो इस दौरान अजित पवार का भी जिक्र आया. शरद पवार ने विधायकों से साफ तौर पर कहा कि जिसे पार्टी से निलंबित कर दिया गया हो वो आदेश नहीं दे सकता. उन्होंने कहा कि अजित पवार ने खुद अपना फैसला लिया.
शरद पवार ने कहा, ‘‘गलत सूचना फैलायी जा रही है कि अजित पवार एनसीपी के विधायक दल के नेता हैं, जो सभी (एनसीपी) विधायकों को (शक्ति परीक्षण में) बीजेपी को वोट करने के लिए व्हिप जारी करेंगे.’’ एनसीपी प्रमुख ने कहा कि उन्होंने कई संविधान विशेषज्ञों और कानून विशेषज्ञों से विचार- विमर्श किया है.'' इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अजित पवार को विधायक दल के नेता पद से हटा दिया गया है और अब उनके पास विधायकों व्हीप जारी करने का कोई कानूनी अधिकार नहीं है. उन्होंने विधायकों से कहा, ‘‘मैं निजी तौर पर जिम्मेदारी लेता हूं कि सदन से आपकी सदस्यता निरस्त नहीं होगी. अवैध तरीके से सत्ता पर कब्जा करने वालों को अब हटना होगा.’’
शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी के विधायकों ने ली कसम, कुछ ऐसा नहीं करेंगे जिससे बीजेपी को फायदा हो
इसके साथ ही होटल में मौजूद विधायकों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमें बहुमत साबिततत करने में कोई दिक्कत नहीं होगी. ये गोवा नहीं, ये महाराष्ट्र है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में बिना बहुमत के सरकार बनाई गई. उन्होंने ये भी कहा कि जब फ्लोर टेस्ट होगा तो वे 162 से ज्यादा विधायकों को लाएंगे.
वहीं एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि बीजेपी के पास अभी भी इज्जत बचाने का मौका है. मलिक ने कहा, ''बीजेपी के पास अभी भी अपनी इज्जत बचाने का मौका है. तोड़ फोड़ पर अगर उतर आई बीजेपी तो हम भी उसका जवाब देंगे. अजित पवार हमारी पार्टी का हिस्सा हैं, वे पवार परिवार का हिस्सा हैं. वे एनसीपी और परिवार में वापस आ जाएं और अपनी गलतियां मान लें इसके लिए हमलोग कोशिश कर रहे हैं.'' उधर एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने कहा, ''मुझे पूरा विश्वास है कि जब फ्लोर टेस्ट होगा तब ये 162 विधायक मौजूदा सरकार के खिलाफ वोट करेंगे. तब एक नई सरकार बनेगी.''
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