यूनाइटेड प्रोग्रेसिव एलायंस यानी यूपीए (UPA) के अध्यक्ष पद को लेकर इन दिनों चर्चा तेज़ हो गई है. इस बीच बुधवार को एनसीपी प्रमुख शरद पावर (Sharad Pawar) ने कम से कम अपने नाम पर हो रही अटकलों और मांगों पर विराम लगा दिया है. बीते 29 मार्च को दिल्ली में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी यानी एनसीपी की युवा इकाई राष्ट्रवादी युवक कांग्रेस की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में शरद पवार को यूपीए अध्यक्ष बनाए जाने का प्रस्ताव पास किया गया. इस मौके पर पवार भी मौजूद थे.
शिवसेना मुखपत्र सामना ने भी लिखी थी ये बात
हाल ही में शिवसेना के मुखपत्र सामना में लिखा गया कि यूपीए पर कांग्रेस का क़ब्ज़ा है और जब तक यूपीए से कांग्रेस का क़ब्ज़ा नहीं हटता तब तक विपक्ष मजबूत नहीं हो सकता.
बुधवार को दिल्ली में शरद पवार के आवास पर हुई एक पत्रकार वार्ता में शरद पावर से साफ़ पूछा गया कि क्या हालात बनने पर वो यूपीए का अध्यक्ष बनना स्वीकार करेंगे ? इस पर एनसीपी प्रमुख ने कहा कि “इसके लिए मैं खुद तैयार नहीं हूं ये पहले भी मैं कह चुका हूं.”
राष्ट्रपति चुनाव पर भी बोले शरद पवार
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने बताया कि “राष्ट्रपति चुनाव के लिए ममता बनर्जी ने कहा है कि एक ग़ैर बीजेपी कैंडिडेट को चुनने के लिए लाईक माइंडेड पार्टियों से बात करना चाहिए. ऐसी पार्टियों से मैं सम्पर्क में भी हूं.”
महाराष्ट्र के अगले चुनावों पर
शरद पवार ने ये भी कहा कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी दलों की सरकार सफलता पूर्वक चलेगी और अगले चुनाव के बाद फिर यही सरकार आएगी. इससे ये भी निष्कर्ष निकाला जा रहा है कि शरद पवार एक बार फिर कांग्रेस को साथ ले कर महाराष्ट्र में सरकार बनवाने के पक्ष में हैं और महाराष्ट्र सरकार में शामिल पार्टियां मिल कर ही चुनाव लड़ेंगी.