शरद पवार: महाराष्ट्र की सियासी शतरंज के सबसे बड़े खिलाड़ी
शरद पवार ने महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के दौरान जब बारिश में भी भीगते हुए भाषण दिया तब किसी को भी नही लगा था कि उनकी ये तस्वीरें खात्मे के कगार पर पहुंच चुकी उनकी पार्टी एनसीपी में एक नई जान फूंक देंगी.
मुम्बई: महाराष्ट्र की सियासत में जो कुछ भी हो रहा है उसके पीछे सबसे अहम भूमिका शरद पवार की मानी जा रही है. ये शरद पवार का ही पावर प्ले है जिसके कारण सबसे बड़ी पार्टी होने के बावजूद बीजेपी राज्य की सत्ता से महरूम है और उनकी पार्टी एनसीपी तीसरे नम्बर पर होने के बावजूद सत्ता हासिल करती दिख रही है.
शरद पवार ने महाराष्ट्र चुनाव प्रचार के दौरान जब बारिश में भी भीगते हुए भाषण दिया तब किसी को भी नही लगा था कि उनकी ये तस्वीरें खात्मे के कगार पर पहुंच चुकी उनकी पार्टी एनसीपी में एक नई जान फूंक देंगी. नतीजे आने पर पवार की पार्टी तीसरे नंबर पर आयी और उसे कांग्रेस से भी ज्यादा सीटें मिलीं. अब पवार की रणनीति की वजह से ही तीसरे नंबर पर होने के बावजूद एनसीपी महाराष्ट्र में शिव सेना और कांग्रेस की मदद से सरकार बनाने जा रही है.
शरद पवार अपना गेम एक विशेष तरीके से खेलते हैं. पवार के बारे में ये मशहूर है कि जो वो बोलते हैं वो करते नहीं और जो वो करते हैं वो बोलते नहीं. 24 अक्टूबर को जब महाराष्ट्र में चुनाव नतीजे आये तब से लेकर अब तक पवार ने यही किया. चुनाव के नतीजे आने के बाद से पवार लगातार बोलते रहे कि उन्हें विपक्ष में बैठने का जनादेश मिला है और उनकी पार्टी विपक्ष में बैठेगी.
एक तरफ पवार विपक्ष में बैठने की बात कर रहे थे तो दूसरी तरफ उनकी पार्टी की तरफ से शिव सेना को संकेत दिए जा रहे थे कि अगर वो चाहे तो एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनाई जा सकती है. नतीजे आने के चंद घंटे बाद ही एनसीपी प्रवक्ता नवाब मल्लिक ने एबीपी न्यूज़ संवाददाता से ये बात कही थी.
इस बीच शरद पवार ने 4 बार संजय राउत से मुलाकात भी की और साथ मिलकर सरकार बनाने की सलाह दी. पवार के भरोसे के बूते ही शिव सेना ने बीजेपी के खिलाफ आक्रामक तेवर दिखाने शुरू किये. सामना में संपादकीय लिखे गए और उद्धव ठाकरे ने बीजेपी का फोन उठाना बंद कर दिया. तो जो पवार विपक्ष में बैठने की बात कर रहे रहे थे उनकी पार्टी तीसरे नंबर पर होने के बावजूद अब सरकार में आ रही है.
80 साल की उम्र में भी पवार के पावर प्ले का ये सबसे ताज़ा उदाहरण था. इस तरह का पावर प्ले पवार महाराष्ट्र और देश की राजनीति में वे पहले भी दिखा चुके हैं और बता चुके हैं कि सियासी शतरंज में उनके जैसा खिलाड़ी कोई नहीं. पवार के दिमाग में क्या चल रहा है इसका अंदाजा लगा पाना बेहद मुश्किल है. पवार का ताज़ा पावर प्ले अभी खत्म नहीं हुआ है और महाराष्ट्र में नई सरकार बनते बनते अगर वो कोई और दांव खेल दें तो कोई तज्जुब की बात नहीं होगी.