राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद में मुलाकात की. मुलाकात के दौरान शरद पवार ने पीएम मोदी के सामने शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत के खिलाफ हुई प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई का मुद्दा भी उठाया.


शरद पवार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "मैं संजय राउत की संपत्तियों को कुर्क करने के मामले को प्रधानमंत्री के संज्ञान में लाया. अगर कोई केंद्रीय एजेंसी इस तरह का कदम उठाती है तो उन्हें इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी. उनके खिलाफ यह कार्रवाई हुई क्योंकि वह सरकार के खिलाफ बोलते हैं?" शरद पवार ने कहा, "प्रधानमंत्री ने कोई जवाब नहीं दिया. मैंने उम्मीद भी नहीं की थी कि वो कोई जवाब देंगे. बस मैंने अपनी बात रख दी है." 


प्रवर्तन निदेशालय ने कुछ भूमि सौदों से जुड़ी धन शोधन जांच के तहत शिवसेना सांसद संजय राउत की पत्नी और उनके दो सहयोगियों की 11.15 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति को अस्थायी रूप से कुर्क किया है.  ईडी ने एक बयान में कहा कि कुर्क की गई संपत्तियां पालघर और ठाणे में भूखंड के रूप में हैं, जिनपर गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक प्रवीण एम राउत का कब्जा है. 


इसके अलावा मुंबई के दादर में संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत का एक फ्लैट है और अलीबाग के किहिम बीच पर आठ भूखंड हैं जो वर्षा राउत और स्वप्ना पाटकर की संयुक्त मिल्कियत है. स्वप्ना पाटकर सुजीत पाटकर की पत्नी हैं. ईडी के मुताबिक, सुजीत पाटकर शिवसेना के राज्यसभा सदस्य और पार्टी प्रवक्ता संजय राउत के करीबी सहयोगी हैं.


शरद पवार ने यूपीए के अध्यक्ष बनने के मुद्दे पर कहा, "इसके लिए मैं खुद तैयार नहीं हूं. ये पहले भी मैं कह चुका हूं.


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