Pawar on Fadnavis Attack: एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को कहा कि दो साल पहले जब महा विकास आघाड़ी (एमवीए) की सरकार बनी थी, तब उन्होंने इस पर जोर दिया था कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने. पवार के बयान से कुछ घंटे पहले बीजेपी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था कि ठाकरे ने मुख्यमंत्री बनने की अपनी महत्वकांक्षा को छिपाए रखा और किसी शिवसैनिक को राज्य के मुखिया के पद पर बिठाने की बात कहते रहे.
पुणे जिले के पिंपरी चिंचवड़ में पवार ने मीडिया से कहा, "केंद्र सरकार महाराष्ट्र की शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की तीन दलों की सरकार को अस्थिर करने के लिए अलग-अलग एजेंसियों का सहारा ले रही है. ईंधन की बढ़ती कीमतों के मुद्दे पर बीजेपी ने चुप्पी साधी है. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमत घटने के बावजूद बीजेपी सरकार पेट्रोल और डीजल के दाम कम नहीं कर रही है."
पवार ने कहा, "ठाकरे को एमवीए (तीनों दल) के नेताओं ने चुना था. एमवीए में मेरे अलावा बहुत से लोगों का योगदान था. जब हमने एमवीए का गठन करने और गठबंधन के नेतृत्व पर चर्चा के लिए बैठक की, तब मैंने उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनने के लिए कहा. मैंने इन लोगों को बचपन से देखा है. शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे और मुझमें राजनीतिक मतभेद थे, लेकिन हम एक दूसरे के नजदीक थे."
उन्होंने कहा, "मैंने सोचा कि उस व्यक्ति का बेटा मुख्यमंत्री क्यों नहीं बन सकता जिसने महाराष्ट्र के लिए योगदान दिया और मैंने उद्धव ठाकरे से मुख्यमंत्री बनने का आग्रह किया. फडणवीस उद्धव के साथ काम कर चुके हैं, इसलिए उन्हें पता है कि उद्धव कैसे हैं. उन्हें यह बार-बार पूछना बंद करना चाहिए कि उद्धव मुख्यमंत्री कैसे बने."
बता दें कि इससे पहले आज फडणवीस ने आरोप लगाया था कि एमवीए सरकार अनैतिक तरीके से बनी थी. देवेंद्र फडणवीस ने कहा, "मुझे लगता है कि आदरणीय उद्धव जी को अब यह मान लेना चाहिए कि मुख्यमंत्री बनने की उनकी महत्वाकांक्षा थी जो उन्होंने पूरी की. राजनीति में महत्वाकांक्षा होना बुरी बात नहीं है, लेकिन अगर आप अपनी बात का मान रखते तो आपको शिवसेना के वरिष्ठ नेताओं दिवाकर रावते, सुभाष देसाई या एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाना चाहिए था. अतीत में उद्धव ने कई बार कहा था कि उन्होंने अपने दिवंगत पिता बाल ठाकरे से वादा किया था कि वह किसी शिवसैनिक (पार्टी कार्यकर्ता) को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बनाएंगे."
बीजेपी नेता ने कहा, "अगर आप सच में मुख्यमंत्री नहीं बनना चाहते थे, तो नारायण राणे को शिवसेना क्यों छोड़नी पड़ी? राणे पार्टी के अध्यक्ष तो नहीं बनना चाहते थे और राज ठाकरे को शिवसेना से अलग क्यों होना पड़ा? मुख्यमंत्री बनने की आपकी महत्वाकांक्षा थी यह अच्छी बात है, लेकिन अब कृपया इसके लिए हमें दोषी ठहराना बंद करें." देवेंद्र फडणवीस के इस बयान को लेकर शरद पवार ने कहा कि फडणवीस ऐसे आरोप इसलिए लगा रहे हैं, क्योंकि वह दूसरी बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाए.