मुंबई: महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर शिवसेना-कांग्रेस-एनसीपी में बातचीत जारी है और इसके लिए कॉमन मिनिमम प्रोग्राम का मसौदा भी तैयार कर लिया गया है. इस बीच शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा है कि अगली सरकार का नेतृत्व उद्धव ठाकरे करेंगे. साथ ही उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री शिवसेना का ही होगा.
इससे पहले एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने भी शुक्रवार को कहा था कि तीन दलों की सरकार पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी और विकासोन्मुखी शासन देगी. उन्होंने कहा कि गठबंधन की अगुवाई शिवसेना करेगी. पवार के सहयोगी और एनसीपी के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने भी कहा कि मुख्यमंत्री का पद शिवसेना के पास रहेगा. मलिक ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री शिवसेना का होगा. मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर ही उसने महायुति को छोड़ा है. उनकी भावनाओं का सम्मान करना हमारी जिम्मेदारी है.’’
सोनिया गांधी और पवार की बैठक
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी प्रमुख शरद पवार महाराष्ट्र में सरकार गठन के वास्ते शिवसेना के साथ संभावित गठबंधन पर चर्चा के लिए सोमवार को दिल्ली में मुलाकात कर सकते हैं. पहले ये बैठक रविवार को होने वाली थी. कांग्रेस और एनसीपी पहले ही सरकार गठन के लिए शिवसेना के साथ एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम (सीएमपी) पर चर्चा कर चुके है.
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एनसीपी के एक सूत्र ने कहा, ‘‘सोनिया गांधी और पवार रविवार की शाम को बैठक करेंगे और महाराष्ट्र में सरकार गठन से संबंधित मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगे.’’ सूत्रों ने बताया कि एनसीपी सरकार की स्थिरता सुनिश्चित करने के वास्ते कांग्रेस को सरकार का हिस्सा बनानी चाहती है. कांग्रेस और एनसीपी में सूत्रों ने बताया कि सीएमपी के मसौदे और तीनों पार्टियों के बीच विभागों के बंटवारे पर बैठक में चर्चा की जाएगी.
मुख्यमंत्री पद के बंटवारे के मुद्दे पर बीजेपी और शिवसेना के बीच चली खींचतान के बाद राज्य में 12 नवम्बर को राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था. बीजेपी और शिवसेना ने राज्य में 21 अक्टूबर को हुआ विधानसभा चुनाव एक साथ मिलकर लड़ा था और दोनों पार्टियों ने क्रमश: 105 और 56 सीटों पर जीत दर्ज की थी और 288 सदस्यीय सदन में बहुमत का आंकड़ा हासिल कर लिया था.
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हालांकि शिवसेना ने मुख्यमंत्री पद के बंटवारे की मांग की और बीजेपी ने इस मांग को मानने से इनकार दिया. इसके बाद दोनों दलों के बीच संबंधों में खटास आ गई. अब शिवसेना शरद पवार की पार्टी एनसीपी और कांग्रेस के साथ सरकार बनाने की कोशिश कर रही है.
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