Sharad Pawar News: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने एक बार फिर बीजेपी सरकार को निशाने पर लिया है. इस दौरान उन्होंने ये भी बताया कि गैर-बीजेपी दलों को एक साथ लाने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं और वह अपनी उम्र के कारण कोई जिम्मेदारी लेना नहीं चाहते हैं. पवार ने कहा कि बीजेपी (Bhartiya Janta Party) का मकसद केवल छोटे दलों को सत्ता से बाहर करना है. उन्होंने कहा, "गैर-बीजेपी दलों को एक साथ लाने और बीजेपी के खिलाफ जनमत तैयार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. मैं सिर्फ भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ जनमत पैदा करने के लिए गैर-बीजेपी दलों को एक साथ लाने में मदद करूंगा."
ठाणे में पत्रकारों से बातचीत में पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने दावा किया कि उनकी सरकार ने 2014 के बाद से 'अच्छे दिन' लाने, इंटरनेट के जरिए गांवों को जोड़ने और प्रत्येक घर को शौचालय, पानी तथा बिजली उपलब्ध कराने समेत अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया.
'एक भी वादा पूरा नहीं हुआ'
पवार ने कहा, "केंद्र सरकार ने 2014 के आम चुनाव के समय से कई वादे किए, लेकिन पूरा एक भी नहीं किया. प्रधानमंत्री ने देश के हर एक नागरिक को मकान देने का वादा किया था, लेकिन सरकार उसे पूरा नहीं कर पाई. अब 2024 तक पांच हजार डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का नया वादा किया गया है."
'बीजेपी एजेंसियों का इस्तेमाल करती है'
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख ने बीजेपी की आलोचना करते हुए दावा किया कि वह सत्ता में आने के लिए जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करती है. उन्होंने कहा, "बीजेपी अपने विरोधियों के खिलाफ जो कर रही है, वह कुछ नहीं बल्कि संसदीय लोकतंत्र पर एक हमला है, जो गंभीर चिंता का विषय है. सभी गैर-बीजेपी शासित राज्यों में वह विधायकों को तोड़ने और सत्ता हथियाने की कोशिश कर रही है. महाराष्ट्र ताजा उदाहरण है."
गौरतलब है कि इस साल जून में शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और 39 अन्य विधायकों ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह कर दिया था, जिससे उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की सरकार गिर गई थी. इसके बाद शिंदे ने भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर राज्य में सरकार का गठन किया. शिंदे ने 30 जून को मुख्यमंत्री और बीजेपी के नेता देवेंद्र फडणवीस ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी.
'अदालत में इन सबका पर्दाफाश होगा'
उन्होंने अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) के मामले का जिक्र करते हुए कहा, "शुरुआत में एजेंसियों ने 100 करोड़ रुपये की निधि के दुरुपयोग का दावा किया, बाद में उन्होंने इसे 4.07 करोड़ कर दिया और अब वे कह रहे हैं कि यह महज 1.71 करोड़ रुपये की निधि का मामला है. अदालत में इन सबका पर्दाफाश हो जाएगा."
'बिलकिस के दोषियों की रिहाई शर्मनाक है'
एक सवाल के जवाब में पवार ने गुजरात सरकार की क्षमादान नीति के तहत बिल्कीस बानो मामले (Bilkis Bano Case) में 11 दोषियों की रिहाई को 'शर्मनाक' बताया. उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को महिलाओं के सम्मान के बारे में जो कहा था, यह फैसला उसके विपरीत है. महिलाओं के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं."
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