Sharad Pawar का आज 80वां जन्मदिन, जानें कैसे विपक्ष का सबसे मजबूत चेहरा बनकर उभरते रहे
55 सालों के राजनीतिक अनुभव के साथ शरद पवार 1967 से एक भी विधानसभा या लोकसभा चुनाव नहीं हारे. पवार ने 27 साल पहले लातूर की तरह ही अक्टूबर 2019 में सतारा में एक लोकसभा उपचुनाव में बारिश के बीच एक रैली को संबोधित किया था.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के अध्यक्ष शरद पवार आज अपना 80वां जन्मदिन मना रहे हैं. पीएम मोदी ने पवार को जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं. पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, 'शरद पवार जी को उनके जन्मदिन पर शुभकामनाएं. भगवान उन्हें अच्छी सेहत और लंबी उम्र का वरदान दें.'
शरद पवार विपक्ष का सबसे मजबूत चेहरा बनकर उभरते आए हैं. हाल ही में किसानों के मुद्दों को लेकर पवार के नेतृत्व में विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की थी. कांग्रेस नेता राहुल गांधी, माकपा महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई के डी राजा और डीएमके के एलंगोवन पहले पवार के आवास पर मिले और फिर राष्ट्रपति से मिलने गए.
शरद पवार विपक्ष का नया चेहरा? शरद पवार विपक्ष का नया चेहरा बन सकते हैं. ऐसी खबरें हैं कि सोनिया गांधी यूपीए अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे सकती हैं और उनकी जगह कोई कद्दावर नेता आ सकता है. यूपीए अध्यक्ष की रेस में एनसीपी प्रमुख शरद पवार का नाम सबसे आगे है. शरद के पास राजनीति में अनुभव के साथ अच्छी पकड़ भी है.
यूपीए अध्यक्ष के रूप में सबसे बेहतर विकल्प शरद पवार हैं. महाराष्ट्र में इस समय एनसीपी और कांग्रेस मिलकर अपनी सरकार भी चला रही है. शिवसेना ने भी उनके नाम का समर्थन किया है. शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि शरद पवार में देश का नेतृत्व करने के सारे गुण हैं. उनके पास बहुत अनुभव है और उन्हें देश के मुद्दों का ज्ञान है. वह जनता की नब्ज जानते हैं. उनके पास राष्ट्र का नेतृत्व करने की पूरी काबिलियत है.
55 सालों का राजनीतिक अनुभव अपनी बेल्ट के तहत 55 सालों के राजनीतिक अनुभव के साथ, शरद पवार 1967 से एक भी विधानसभा या लोकसभा चुनाव नहीं हारे. तीन बार सीएम बने, साथ ही तीन बार केंद्रीय मंत्री बने, राज्य और केंद्र में विपक्ष के नेता, संसदीय दल के नेता के रूप में कार्य किया और अन्य शीर्ष पदों पर सेवाएं दी.
महात्मा गांधी, पंडित नेहरू, इंदिरा गांधी या अटल बिहारी वाजपेयी के कद के कई महान नेताओं की तरह, पवार का शीर्ष राजनीतिक नेताओं के साथ व्यक्तिगत रूप से अच्छा तालमेल है. पार्टी लाइनों में कटौती करते हैं, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं, जिन्होंने कभी उन्हें 'राजनीतिक गुरु' कहा था और कई लोग कठिन राजनीतिक मुद्दों पर उनकी सलाह लेते हैं.
पवार ने 27 साल पहले लातूर की तरह ही अक्टूबर 2019 में सतारा में एक लोकसभा उपचुनाव में बारिश के बीच एक रैली को संबोधित किया था. नवंबर 2019 में, पवार ने एक और मिशन इम्पॉसिबल हासिल किया - मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जैसे भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष कद्दावर नेताओं की नाक के नीचे से सत्ता छीनकर उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर काबिज कर दिखाया.
अपने राजनीतिक करियर में, अप्रत्याशित पवार ने 'चाणक्य', 'भीष्म पितामह', 'विली फॉक्स', 'मैकियावेली', आदि कई उपाधियां हासिल की हैं.
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