Income Tax Letter: 'केंद्र सरकार ने भेजा है लव लेटर' - IT नोटिस पर बोले एनसीपी प्रमुख शरद पवार
Income Tax Letter To NCP ChIef: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party NCP) के प्रमुख शरद पवार ने उन्हें आयकर विभाग का नोटिस आने के बाद केंद्र सरकार को बुरी तरह से फटकारा है.
Income Tax Letter To NCP ChIef: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party NCP) के प्रमुख शरद पवार ने आयकर विभाग (income tax ) का नोटिस आने के बाद केंद्र सरकार आड़े हाथों लिया है. एनसीपी सुप्रीमो ने तंज किया कि महाराष्ट्र में सरकार गिरते ही केंद्र सरकार की तरफ उन्हें बतौर नोटिस ये प्रेम पत्र ('Love Letter) भेजा गया है. शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi -MVA) सरकार का हिस्सा रही थी. उद्धव ठाकरे ने शीर्ष पद से इस्तीफा देते ही बुधवार को एमवीए सत्ता से बेदखल हो गई है.
गुरुवार को शरद पवार ने ट्वीट कर उन्हें आयकर विभाग की तरफ से भेजे गए नोटिस के बारे में बताया है. उन्होंने इसे लव लेटर करार दे दिया. उन्होंने उस दिन पोस्ट करने का दिन चुना जब शिवसेना (Shivsena) के विद्रोही एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के नेतृत्व में एक नई सरकार ने महाराष्ट्र में सत्ता संभाली. शिवसेना के बगावती विधायकों के विद्रोह के बाद उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के गठबंधन वाली सरकार को गिरा दिया जिसमें शरद पवार की पार्टी और कांग्रेस भी शामिल थी. उन्होंने ट्वीट किया,"मुझे 2004, 2009, 2014 और 2020 में दायर चुनावी हलफनामों से संबंधित आयकर से एक प्रेम पत्र मिला है."
आयकर विभाग को भी मराठी में सुनाई खरी-खरी
बीजेपी शासित केंद्र सरकार पर कटाक्ष करते हुए, इस अनुभवी राजनेता ने एक फॉलोअप ट्वीट में कहा कि "एजेंसी कुछ लोगों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रही थी". उन्होंने अपने ट्वीट में आयकर विभाग पर भी व्यंग बाण छोड़ा," इतने सालों से जानकारी इकट्ठा करने वाले इस विभाग की दक्षता में गुणात्मक वृद्धि हुई है और कुछ लोगों से जानकारी इकट्ठा करने पर ध्यान केंद्रित करना, एक रणनीतिक बदलाव प्रतीत होता है," एनसीपी चीफ पवार ने यह ट्वीट मराठी में किया था. महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने बुधवार को बहुमत साबित करने की जगह मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया और इसके बाद से ही उसकी सहयोगी रही राकांपा की भी सत्ता से वापसी हो गई.
सीएम शिंदे को भी दिया सटीक जवाब
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे को उनके पिता की बनाई शिवसेना में ही अल्पसंख्यक बना दिया गया था जब एकनाथ शिंदे ने 39 विधायकों के विद्रोह का नेतृत्व करते हुए आरोप लगाया था कि उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस और एनसीपी के साथ साझेदारी करके पार्टी की हिंदुत्व की मूल विचारधारा के साथ समझौता किया था. हालांकि एनसीपी चीफ पवार ने विद्रोही शिंदे गुट के दावों को "निराधार" कहकर खारिज कर दिया. उन्होंने कहा कि यह आरोप निराधार है. इसका राकांपा और कांग्रेस से कोई संबंध नहीं है. लोगों को (बहाने के रूप में) कुछ बताया जाना चाहिए, इसलिए राकांपा और कांग्रेस को दोषी ठहराया जा रहा है," उन्होंने कहा, जिसका मतलब है कि शिंदे का विद्रोह विचारधारा के बजाय सत्ता के लालच से प्रेरित था.
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