नई दिल्ली: पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह समाज को बांटने में लगी है जबकि दलितों, आदिवासियों तथा अन्य कमजोर वर्गों की स्थिति उसके चार साल के शासन में बिगड़ी है. उन्होंने एक बयान में दावा किया कि ये समुदाय देश में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं और खासकर बीजेपी शासित राज्यों में स्थिति खराब है.
आंकड़ों का हवाला देते हुए यादव ने कहा कि हर पंद्रह मिनट पर एक दलित के साथ अपराध होता है तथा हर रोज दो दलितों की हत्या की जाती है तथा छह दलित महिलाओं पर यौन हमला किया जाता है.
इस बीच , अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं के प्रति समर्थन व्यक्त करते हुए यादव ने कहा , ‘‘मैं मानता हूं कि लोकतंत्र में जो कुछ कहा जाता है , किया जाता है और जो किया जाता है , कहा जाता है. कोई भी सरकार क्यों न हो , पूर्व प्रधानमंत्री ने संसद में ( आंध्रप्रदेश को ) विशेष राज्य के दर्जे के बारे में वादा किया था और वर्तमान सरकार को उसे पूरा करना है.’’
उन्होंने कहा , ‘‘जब तत्कालीन प्रधानमंत्री ने यह वादा किया था तब मैं राज्यसभा में मौजूद था. चार साल बाद भी कुछ नहीं हुआ. लोकतंत्र में प्रधानमंत्री शीर्ष संस्थान होता है. वर्तमान प्रधानमंत्री को वह लागू करना चाहिए जो उनके पूर्ववर्ती ने वाद किया था. ’’ यादव इन वाईएसआर कांग्रेस के नेताओं से मिलने गये थे.