नई दिल्ली: बिहार में महागठबंधन टूटने के बाद से राजनीतिक हलचल लगातार तेज़ हो रही है. अब जेडीयू के बगावती नेता शरद यादव की राज्यसभा में जेडीयू नेता के पद से छोट्टी हो गई है. उनकी जगह अब आरसीपी सिंह राज्यसभा में जेडीयू संसदीय दल के नेता होंगे.
कल नौ सांसदों ने शरद यादव की पार्टी विरोधी गतिविधियो की शिकायत की थी. अब खबर है कि जेडीयू कभी भी शरद यादव को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा सकती है. दरअसल शरद यादव नीतीश कुमार की तरफ से बिहार में आरजेडी का साथ छोड़ने और बीजेपी के साथ नाता जोड़ने के खिलाफ रहे हैं.
हाल ही में बिहार के दौरे पर गए शरद यादव ने नीतीश पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था, ‘’बीजेपी के साथ जाकर उन्होंने जनता के साथ आघात किया है. 11 करोड़ जनता के साथ आघात किया है. चोट लगी है. यहां कुछ नहीं बोलेंगे. सब बातें जनता के बीच होगी. हमने जो जनता से करार किया था वो टूटा है. हमको भी तकलीफ है.’’
शरद यादव कोई भी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र- नीतीश
नीतीश कुमार ने यादव के साथ मेलमिलाप के सारे दरवाजों को लगभग बंद करते हुए कहा कि वह कोई भी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं. बीजेपी के साथ गठजोड़ करने का फैसला पार्टी का था.
नीतीश ने कहा, “शरद यादव कोई भी फैसला लेने के लिए स्वतंत्र हैं. जहां तक पार्टी का सवाल है तो यह पहले ही फैसला कर चुकी है. यह सिर्फ मेरा फैसला नहीं था बल्कि पूरी पार्टी की इच्छा से यह फैसला किया गया. अगर वह अलग विचार रखते हैं तो वह ऐसा करने के लिए स्वतंत्र हैं.”