Jammu Kashmir: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बुधवार (22 मार्च) को जम्मू-कश्मीर के करनाह सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास माता शारदा देवी मंदिर का वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन किया. मंदिर का उद्घाटन करने के बाद शाह ने कहा, सरकार आने वाले दिनों में शारदा पीठ तीर्थ यात्रा के लिए पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में एक गलियारा खोलने का प्रयास करेगी.


अगस्त 2019 में जम्मू कश्मीर को विशेष दर्जा दिए जाने के बाद इस कॉरिडोर को अनिश्चित काल के लिए बंद कर दिया गया था. यह कॉरिडोर जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में तीतवाल नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर स्थित है, आने वाले दिनों में सरकार इसको खोलने के लिए अपन प्रयास कर सकती है.


अपनी संस्कृति की तरफ वापस जा रहा है प्रदेश
मंदिर का उद्घाटन करने के बाद शाह ने कहा, अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश अपनी पुरानी परंपराओं, संस्कृति और गंगा-जमुनी तहजीब की तरफ वापस जा रहा है. शाह ने कहा कि मंदिर का खुलना नई सुबह की शुरुआत है और शारदा संस्कृति को पुनर्जीवित करने का प्रयास है. उन्होंने कहा, माता शारदा मंदिर को हमारे नए साल के मौके पर भक्तों के लिए खोला जा रहा है. यह देश भर के भक्तों के लिए एक शुभ संकेत है. माता शारदा का आशीर्वाद आने वाली सदियों तक पूरे देश में बना रहेगा.


मंदिर आने का किया वादा
केंद्रीय मंत्री ने अफसोस जताया कि वह उस स्थान पर मौजूद नहीं हैं. हालांकि उन्होंने जम्मू और कश्मीर के अपने अगले दौरे पर मंदिर आने का वादा जरूर किया. उन्होंने कहा, जब भी मैं जम्मू और कश्मीर जाऊंगा, मैं माता शारदा देवी मंदिर में माथा टेककर अपनी यात्रा शुरू करूंगा.


अमित शाह ने कहा कि यह एक नई सुबह की शुरुआत है जो माता शारदा देवी के आशीर्वाद और नियंत्रण रेखा के दोनों ओर के लोगों के आशीर्वाद और लोगों के संयुक्त प्रयास से संभव हुई है. उन्होंने कहा, मैं शारदा बचाओ समिति के अध्यक्ष रविंद्र पंडित को इतने वर्षों के संघर्ष के लिए अपनी शुभकामनाएं और आभार व्यक्त करता हूं, जिसका फल अब मिला है यह कदम सिर्फ एक मंदिर का जीर्णोद्धार नहीं है, बल्कि शारदा संस्कृति को पुनर्जीवित करने के प्रयास की शुरुआत है.


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