शर्मिष्ठा मुखर्जी ने दिल्ली कांग्रेस मीडिया प्रमुख से इस्तीफा दिया, BJP में जाने की अटकलें तेज़
दिल्ली कांग्रेस की कई समितियां बनाई गई हैं लेकिन शर्मिष्ठा मुखर्जी को किसी कमेटी में जगह नहीं दी गई है. इससे संकेत जा रहा है कि शर्मिष्ठा मुखर्जी को कांग्रेस ने किनारे लगा दिया है.
नई दिल्लीः पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी और दिल्ली के ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की उम्मीदवार रही शर्मिष्ठा मुखर्जी ने दिल्ली कांग्रेस मीडिया प्रमुख के पद से इस्तीफा दे दिया है. दिल्ली कांग्रेस की कई समितियां बनाई गई हैं लेकिन शर्मिष्ठा मुखर्जी को किसी भी कमेटी में जगह नहीं दी गई है. इससे संकेत जा रहा है कि शर्मिष्ठा मुखर्जी को कांग्रेस ने किनारे लगा दिया है. इस बीच ये भी कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या पूर्व राष्ट्रपति की बेटी बीजेपी का दामन थामन सकती हैं? हालांकि, शर्मिष्ठा दिल्ली महिला कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बनी हुई हैं.
बताया जा रहा है कि ये शर्मिष्ठा मुखर्जी का खुद लिया गया फैसला है लेकिन इससे उनके बीजेपी ज्वाइन करने की उन खबरों को बल मिल गया है जो जून में आई थीं. उस समय ये खबर आई थी कि बीजेपी मालदा से उन्हें चुनाव लड़ा सकती है. हालांकि उस समय शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा था कि वो कांग्रेस छोड़ने से पहले राजनीति छोड़ देंगी.
क्यों दिया इस्तीफा- शर्मिठा ने खुद बताया ताजा अटकलों के बीच शर्मिष्ठा का कहना है कि वो महिला कांग्रेस पर ध्यान देना चाहती हैं. उन्होंने किसी भी तरह की नाराजगी से इनकार किया है. उनका ये भी कहना है कि दिल्ली कांग्रेस की नई अध्यक्ष शीला दीक्षित से उनके पारिवारिक संबंध हैं. इस्तीफे पर उनका कहना है कि नई कमिटियां बन रही हैं इसलिए अपनी तरफ से इस्तीफा दे दिया.
हाल ही में मोदी सरकार की तरफ से पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भारत रत्न देने का एलान किया गया. इसके अलावा प्रणब मुखर्जी आरएसएस के कार्यक्रम में भी शिरकत कर चुके हैं. इन्हीं सब के आधार पर कहा जा रहा है कि प्रणब मुखर्जी की बीजेपी से नजदीकियों के तहत शर्मिष्ठा मुखर्जी को कांग्रेस ने किनारे कर दिया है.
कौन हैं शर्मिष्ठा मुखर्जी? शर्मिष्ठा मुखर्जी पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी हैं. राजनेता के साथ साथ वे कत्थक डांसर और कोरियोग्राफर भी हैं. जुलाई 2014 में शर्मिष्ठा मुखर्जी बाजपता कांग्रेस में शामिल हुई थीं. 2015 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर दिल्ली में ग्रेटर कैलाश विधानसभा से चुनाव लड़ा. इस चुनाव में उन्हें आम आदमी पार्टी के सौरभ भारद्वाज के मुकाबले हार का सामना करना पड़ा.