Pranab Mukherjee: पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने उस समय को याद किया जब सेवानिवृत्त होने के बाद उनके पिता का हरा-भरा बंगला एक बार ''बंदरों से भरा'' था. लेकिन उन्होंने बंदरों की इस घुसपैठ का बचाव करते हुए कहा कि इंसानों ने उनकी प्राकृतिक जगह ले ली है.
उन्होंने अपने पिता की दूसरी पुण्यतिथि के उपलक्ष्य में बुधवार को आयोजित एक ऑनलाइन कार्यक्रम के दौरान यह किस्सा साझा किया. शर्मिष्ठा ने कहा, ''मेरे पिता एक पशु प्रेमी थे. पिता के राष्ट्रपति पद से सेवानिवृत्त होने के बाद हम 10, राजाजी मार्ग बंगले में चले गए थे. एक बार 50-60 बंदरों का एक झुंड घर के परिसर में घुस गया और कहर बरपाया. उन्होंने आम के पेड़ बर्बाद कर दिए और बाकी सब अस्त-व्यस्त कर दिया, लेकिन इस बारे में जब पिता को बताया, तो उन्होंने कहा, 'हमने उनकी जगह ले ली है'.
उन्होंने बताया कि पिता जी ने आगे कहा, ''हम सब्जियां खरीद सकते हैं, लेकिन क्या वे बंदर बाजार से सब्जियां खरीद सकते हैं.'' इस किस्से के जरिए शर्मिष्ठा मुखर्जी ने पिता को याद किया.
दो साल पहले हुआ निधन
बता दें कि भारत के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन अगस्त 2020 में हो गया था. वो काफी दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहे थे. दिल्ली में पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया. इसके बाद से ही उनकी बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी उन्हें याद करती रहती हैं. साथ ही वो पिता के साथ बिताए पलों को लोगों के साथ शेयर भी करती हैं. प्रणब मुखर्जी देश के ऐसे नेताओं में शामिल थे, जिन्हें हर पार्टी की तरफ से पूरा सम्मान मिलता था. उनके तमाम दलों के साथ हमेशा से संबंध अच्छे रहे. इसीलिए आज भी उन्हें हर कोई सम्मान के साथ याद करता है.
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