Shashi Tharoor: 'थरूर में पीएम बनने की क्षमता, कांग्रेस नहीं मानेगी'- केरल में नायर समुदाय के प्रमुख संगठन का दावा
Shashi Tharoor News: कांग्रेस नेता शशि थरूर की तारीफ में केरल के नायर समुदाय के एक प्रमुख संगठन ने कसीदे पढ़े हैं. संगठन प्रमुख ने कहा है कि थरूर पीएम मटेरियल हैं.
Shashi Tharoor PM Potential: केरल में नायर समुदाय पर पकड़ रखने वाले प्रमुख संगठन नायर सर्विस सोसाइटी (NSS) ने दावा किया है कि सांसद शशि थरूर में प्रधानमंत्री बनने की क्षमता है लेकिन कांग्रेस ये नहीं मानेगी. द न्यू इडियन एक्सप्रेस ने एनएसएस महासचिव जी सुकुमारन नायर के हवाले से लिखा, ''थरूर देश के प्रधानमंत्री बनने के लिए भी सक्षम हैं.''
रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि, नायर इस तरह की संभावनाओं को लेकर आशंकित हैं क्योंकि उनका मानना है कि कांग्रेस के बाकी नेता इस तरह के कदम को नाकाम कर देंगे. नायर ने कहा, ''उनके (थरूर की पार्टी के) सहकर्मी ऐसा नहीं होने देंगे.''
NSS प्रमुख क्यों कर रहे थरूर की तारीफ?
रिपोर्ट के मुताबिक, एनएसएस महासचिव ने एक बार थरूर को 'दिल्ली नायर' कहा था, अब उनकी तारीफ करके वह अपने पहले के ताने की भरपाई कर रहे हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, नायर ने कहा, ''थरूर एक Tharavadi (अभिजात) नायर हैं. वह एक वैश्विक नागरिक हैं. हमने उनके विशाल ज्ञान और प्रतिभा की झलक पाने की उम्मीद की. इसके अलावा, वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जो राजनीतिक सीमाओं को धुंधला कर देते हैं.''
'क्या केवल कुलीन वर्ग के लोग सरकार चलाने के काबिल?'
शशि थरूर को 'अभिजात नायर' करार देने की एनएसएस महासचिव की बात पर बहस छिड़ गई है. यह पूछा जा रहा है कि क्या एनएसएस प्रमुख अब भी यह सोचते हैं कि केवल कुलीन वर्ग के लोग ही सरकार चलाने के काबिल हैं? सोशल मीडिया पर इस मुद्दे पर वह ट्रोल हो रहे हैं और स्थानीय समाचार चैनलों पर मामले को प्रमुखता से जगह मिल रही है.
हाल में एनएसएस ने मन्नम जयंती समारोह के उद्घाटन में थरूर को आमंत्रित किया था. इसके कुछ दिनों बाद संगठन की ओर से उनकी तारीफ में कसीदे पढ़े गए हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़े थे थरूर
बता दें कि तिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर ने हाल में गांधी परिवार समर्थित मल्लिकार्जुन खरगे के खिलाफ कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें 11.2 फीसदी वोट हासिल हुए थे.
पिछले साल (19 अक्टूबर 2022) कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव के नतीजे घोषित किए गए थे, जिनमें खरगे को 7,897 वोट मिले थे तो वहीं थरूर महज 1,072 मत हासिल कर पाए थे. इस हार के साथ भी थरूर के नाम एक उपलब्धि दर्ज हो गई थी. पिछले 25 वर्षों के इतिहास में कांग्रेस के शीर्ष पद के लिए किसी हारे हुए उम्मीदवार का यह सबसे अच्छा वोट प्रतिशत था.