नई दिल्लीः कांग्रेस के सीनियर नेता शशि थरूर अक्सर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मोदी सरकार की आलोचना करते रहते हैं लेकिन आज उन्होंने पीएम मोदी के लिए कुछ ऐसा कहा है जिससे हैरानी हो सकती है. आज उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जब विदेश यात्राओं पर जाते हैं तो वो भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनका सम्मान किया जाना चाहिए. हालांकि जब वो देश में होते हैं तो लोगों को उनसे सवाल पूछने का हक है.


भारत में एक ही भाषा को लेकर चल रहे विवाद के बीच शशि थरूर ने ये भी कहा है कि वो त्रिभाषा फॉर्मूले के समर्थन में हैं. ये बात उन्होंने महाराष्ट्र के पुणे में ऑल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के एक कार्यक्रम में कही. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जब विदेश जाते हैं तो वो भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं और उनका सम्मान होना चाहिए. लेकिन जब वो भारत में होते हैं तो हमें उनसे सवाल पूछने का पूरा हक है.


देश में एक सामान्य भाषा सबके लिए होने के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि बीजेपी की हिंदी, हिंदुत्व और हिंदुस्तान की विचारधारा देश के लिए खतरनाक है. उनके मुताबिक देश में त्रिभाषा फॉर्मूला की व्यवस्था होनी चाहिए. दरअसल हिंदी को देश के लिए सामान्य भाषा बताए जाने के अपने बयान के बाद गृह मंत्री अमित शाह को विरोध झेलना पड़ रहा है. हालांकि इसके बाद उन्होंने कहा कि वो कभी भी क्षेत्रीय भाषाओं के ऊपर हिंदी को थोपना नहीं चाहते लेकिन दूसरी भाषा के तौर पर इसके उपयोगा को बढ़ावा देना चाहते हैं.


इसके अलावा कांग्रेस नेता शशि थरूर ने शनिवार को पुणे अंतरराष्ट्रीय साहित्य महोत्सव में कहा था कि भारत अब एक ऐसा देश बन गया है जहां या तो आप इस तरफ हैं या उस तरफ और इसके बीच सहिष्णुता के लिये कोई जगह नहीं है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि देश में राम के नाम पर लोगों की हत्या कर दी जाती है. क्या यही हमारा भारत है, क्या यही हिंदू धर्म है?


थरूर ने कहा, ''पिछले 6 सालों में हमने क्या देखा है? इसकी शुरुआत पुणे में मोहसिन शेख की हत्या से हुई. फिर, मोहम्मद अखलाक को गोमांस रखने का आरोप लगाकर मार दिया गया. लेकिन बाद में ऐसी खबर आई कि गोमांस नहीं था. अगर गोमांस था, तो यह अधिकार किसने दिया कि किसी व्यक्ति की हत्या कर दी जाए?''